
बरेली।अष्टम आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में हर दिन हर किसी के लिए आयुर्वेद की थीम पर क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवम् यूनानी अधिकारी बरेली के नेतृत्व में आयुर्वेद को बढ़ावा देने व जनभागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश से चिकित्सा शिविर व किसान संगोष्ठी आयोजित की गई।
आयुर्वेद के प्रवर्तक भगवान धन्वंतरि की स्मृति में धनतेरस पर्व को आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष इसी श्रंखला में आयुर्वेद को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अपनाने हेतु क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी बरेली डॉ अमरदीप सिंह नायक के दिशानिर्देशन में आयुष ग्राम दौली रघुबर दयाल में आयुर्वेद चिकित्सा शिविर व किसान संगोष्ठी आयोजित की गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवम् यूनानी अधिकारी बरेली डा० अमरदीप सिंह नायक ने भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्प अर्पित किए, व कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
किसान संगोष्ठी में कृषि विभाग से आए कृषि वैज्ञानिक बलवीर सिंह ने किसानों को बहुत महत्वपूर्ण जानकारियां दी, श्री सिंह ने बताया कि किसानों को पारंपरिक गेंहू, धान व गन्ना की खेती को छोड़कर आयुर्वेदिक औषधियों पौधों की खेती करना चाहिए।छोटी जोत वाले किसान भाई आयुर्वेदिक दवाइयों का उत्पादन करें। इसका बहुत बड़ा बाजार है जैसे लहसुन, अदरक, तुलसी व एलोवेरा आदि का उत्पादन कर किसान भाई अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं।
मुख्य अतिथि डा० अमरदीप सिंह नायक ने पीपली, भृंगराज, आमलिकी, मुलेठी, नीम व शतावर आदि हर्बल पौधों के बारे में किसानों एवं जनसामान्य को इसके गुणों तथा उपयोगिता के बारे में बताया।
शिविर प्रभारी डा० जय प्रकाश पाण्डेय ने ऋतु संधि जनित व्याधियों के बारे में लोगो को जागरूक किया। डा० मनोज कुमार ने सामान्य व्याधियां जैसे सर्दी, ज्वर, प्रतिश्याय व कास आदि रोगों के उपचार में प्रयुक्त घरेलू औषधियों के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर डा० अब्बास अली क्षेत्रीय यूनानी अधिकारी व डा० मंजू सिंह जिला होम्योपैथिक अधिकारी का विशेष योगदान रहा और डा० मोहम्मद आजम, डा० यशपाल, योग प्रशिक्षक सौरभ शाक्य, योग प्रशिक्षिका विशाखा शाक्य व अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहे।