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पीलीभीत:मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया दौरा, बाढ़पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी

पीलीभीत। जिले में लगातार बरसात होने से नदी-नाले उफना गए। वहीं इस बीच वनबसा बैराज से शारदा नदी में 1 लाख 63 हजार क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़ा गया जबकि ड्यूनी डाम से देवहा नदी में 2905 क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़ा गया। जिसके बाद जिले में बाढ़ की स्थिति बन गयी।

बाढ़ की स्थिति को जानने के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीलीभीत में पहुंचे। जहां बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री ने शहर का भी हवाई सर्वेक्षण भी किया। खकरा और देवहा नदियों की बाढ़ से प्रभावित इलाके के ऊपर सीएम का हेलीकाप्टर काफी देर तक घूमता रहा। इसके बाद पूरनपुर के अभयपुर गांव में बने हेलीपैड पर मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर उतारा।

मुख्यमंत्री ने चंदिया हजारा में बाढ़ राहत शिविर में पीड़ितों से हाल जाना। उन्होंने प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरित की। इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, प्रभारी बलदेव सिंह औलख, राज्यमंत्री संजय गंगवार समेत जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। बाढ़ प्रभावितों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और अफसरों के साथ बैठक भी की। मुख्यमंत्री ने अफसरों से जिले की स्थिति जानी। बाढ़ से निपटने के लिए दिशा-निर्देश दिए। जनप्रतिनिधियों से मिलने के बाद वह बाढ़ग्रस्त गांवों के दौरे पर रवाना हो गए।

बता दें, लगातार बारिश होने से शारदा नदी के उफनाने से रविवार रात को नदी किनारे स्थित 30 गांवों में जलभराव हो गया था। हालांकि सोमवार दोपहर बाद से बनबसा बैराज से नदी में पानी पास होने की मात्रा कम होने से नदी का जलस्तर कम होना शुरू हो गया, मगर अधिकांश गांवों में मंगलवार को भी घरों, सड़कों पर जलभराव बना रहा।

पूरनपुर स्थित गांव चंदिया हजारा, राहुलनगर मजदूर बस्ती, कॉलोनी नंबर छह, शारदा नदी पार के गांव सिद्धनगर, बैल्हा, टाटरगंज, टिल्ला नंबर चार सहित कई गांवों में जलभराव को लेकर लोग घरों की छतों और ऊंचे स्थानों पर शरण ली। वहीं बीसलपुर और पीलीभीत के कई मोहल्ले और बस्तियों में पानी घरों में भर गया।

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