बरेली । खतना कराने के दौरान डेढ़ महीने के बच्चे की गलत नस काटने से मौत हो गई। परिवार की खुशियां मातम में बदल गई। बच्चे के परिवार वालों ने खतना करने वाले आरोपित के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।वही पुलिस मामले की पड़ताल समेत आरोपी की तलाश में जुट गई है।मासूम बालक के परिजनों का रो- रोकर बुराहाल.पुलिस ने बच्चे के शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए बरेली भेजा।
आपको बता दे कि फतेहगंज पूर्वी क्षेत्र के शिवपुरी राधौली निवासी वाजिद के डेढ़ महीने के बेटे मोहम्मद सिफान की रविवार को खतना होनी थी। घर में हसी खुशी का माहौल था। उन लोगों ने बेटे का खतना करने के लिए ग्राम टिसुआ से कबीर नाम के नाई को बुलाया था।परिजनों के मुताबिक बताया जा रहा है कि सुबह करीब 11 बजे खतना की तैयारी की जा रही थी। कबीर ने जैसे ही बच्चे का खतना किया। उसकी गलत नस कटने से खून बहने लगा। बच्चे का ज्यादा खून बहने से उसने शाम सात बजे दम तोड़ दिया। बच्चे की मौत से अचानक परिवार में कोहराम मच गया। बच्चे की खतना की खुशियां मातम में तब्दील हो गई। परिवार वालों ने आरोपी कबीर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद से फरार है। पुलिस ने बच्चों के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।वही पुलिस ने की पड़ताल में जुटी हुई है।
मातम में बदल गई खुशियां टूटा मुसीबत का पहाड़..
बच्चे के खतने के समय पूरे परिवार में हसी खुशी का माहौल बना हुआ था।लेकिन नाई की गलती की सजा एक मासूम की चुकानी पड़ी. जहा मासूम की खतने के दौरान गलत नस कटने से उसकी मौत हो गई।
मेरा सिफान मुझे लौटा दो!घटना के बाद परिजनों के मुंह से विलाप करने के दौरान एक ही बात निकल रही थी। कि मुझे मेरा सिफ़ान मुझे लौटा दो।सिफान की मृत्यु की दौरान परिजनों के मुताबिक उसकी उम्र करीब डेढ़ माह बताई जा रही है।जिसने दुनिया देखने से पहले ही हैवान नाई ने उसे काल के गाल ने धकेल कर मौत के घाट उतार दिया।
थाना प्रभारी मदन मोहन चतुर्वेदी ने बताया बालक के परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया।आरोपित की गिरफ्त के लिए दबिश दी जा रही है।