बरेली : खाकी पर सवाल उठाना कोई नई बात नहीं है ऐसा तो हमेशा से होता आया है।वही हाथ अगर रिश्वत के लिये उठे तों ख़ाकी पर सवाल उठना लाज़मी हो जाता हैं। ऐसे में अफसरों की जवाब देही भी तय होती हैं।स्थिति तब और चिंताजनक हो जाती है जब ऐसे जिम्मेदार लोगों की करतूत वायरल वीडियो के जरिए बाहर आती है।बरेली के किला थानें का एक वीडियो वायरल हो रहा हैं। जिसमें एक कुर्सी पर भू माफ़िया विष्णु लाला को बैठा रखा है। उसके सामने किला इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह बैठे हैं।वायरल वीडियो में आरोप हैं कि इंस्पेक्टर नें भू माफ़िया के साथ मिलकर एक अन्य शख्स से मध्यस्थता के नाम पर 50 हज़ार की रिश्वत ली।एसएसपी कों दिये शिकायती पत्र में थाना किला के साहूकारा निवासी अनिल कुमार अग्रवाल पुत्र गणेश प्रसाद का आरोप हैं कि वों श्री राम मार्किट में 1990 से किराए की दुकान पर हैं।वही किराए कों लेकर भू माफ़िया विष्णु अग्रवाल से उनका न्यायलय में विवाद चल रहा हैं। जिसके चलते वों न्यायालय में दुकान का किराया जमा करते है।
आरोप है बीते दो दिन पूर्व भू माफिया विष्णु लाला अपने गुर्गो के साथ मिलकर उनकी दुकान पर आ धमका और गाली गलौच कर दुकान का किराया मांगने लगा। जिसके बाद विष्णु नें पीड़ित के साथ धक्का -मुक्की की। सूचना पर पहुंची पुलिस पीड़ित कों थाने लें आई। आरोप हैं किला इंस्पेक्टर और भूमाफिया विष्णु लाला नें जबरन पीड़ित की मध्यस्थता करने के नाम पर साढ़े पांच लाख में समझौता कराया। आरोप हैं जिसमें पचास हज़ार इंस्पेक्टर ने रिश्वत ली।
हालांकि इंस्पेक्टर ने विष्णु लाला की तरफ लेते हुए पीड़ित बुजुर्ग व उसके बेटे को एक रात थाने में भी बंद रखा। वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता इंस्पेक्टर के सामने विष्णु लाला ने पैसे गिनें। आरोप हैं उसके बाद वह पैसे रिश्वत के रूप में इंस्पेक्टर को दिए गए। वहीं पीड़ित पक्ष नें इसकी शिकायत एसएसपी समेत एडीजी सेभी की हैं।
व्यापारी कहे जाने वाले विष्णु लाला असल में भूमाफिया हैं बरेली के अलग-अलग थानों में दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज है।
पीड़ित की शिकायत पर जांच के लिये सीओ द्वितीय को निर्देशित किया गया है :एसएसपी अनुराग आर्या
सीओ संदीप सिंह के मुताबिक मामला संज्ञान में आने के बाद तथ्यों की जांच की जा रही हैं।