बरेली। अवैध निर्माण कर बनाई गई मस्जिद को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने विचार विमर्श के बाद खुद ही तोड़ना शुरू कर दिया है ।अधिकारियों की माने तो मस्जिद का एक बड़ा हिस्सा पड़ोस के ही सरकारी तालाब के हिस्से पर कब्जा कर बनाया गया था । शिकायत के बाद जिला प्रशासन ने जांच की । जिस पर प्रशासन ने मस्जिद की इंतजामिया कमेटी को नोटिस जारी किया । नोटिस जारी होने के बाद अब मस्जिद की इंतजामिया कमेटी ने खुद ही मस्जिद का अवैध निर्माण हटाना शुरू कर दिया है।
मस्जिद के अवैध निर्माण का यह मामला थाना मीरगंज इलाके के तिलमास गांव का है। जहां मस्जिद के किनारे ही एक बड़ा सरकारी तालाब है। जिसे पंचायत द्वारा पट्टे पर दिया जाता है । पिछले कुछ सालों से पट्टा मुस्लिम समुदाय लोगों के ही नाम हो रहा है । वहीं तालाब के किनारे एक मस्जिद भी बनी हुई है । तालाब मुस्लिम समुदाय के हक में है इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिद का निर्माण धीरे-धीरे तालाब के भी एक बड़े हिस्से पर कर लिया। जो धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा था ।जिसकी शिकायत कुछ दिन पहले प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों से की गई,तो जिलाधिकारी के आदेश के बाद तहसील प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर जब जांच पड़ताल की तो शिकायत सही पाई गई । जिसमें मस्जिद का एक बड़ा हिस्सा तालाब के अंदर की जमीन पर बना पाया गया । फौरन ही प्रशासनिक अधिकारियों ने कानून व्यवस्था को मजबूत कर मस्जिद के इंतजामियां कमेटी को 24 घंटे का समय देते हुए नोटिस जारी किया। जिस पर अमल करते हुए मस्जिद के इंतजामिया कमेटी ने अधिकारियों से बातचीत के बाद खुद ही मस्जिद के अवैध निर्माण को तोड़ना शुरू कर दिया है। जिसका एक बड़ा हिस्सा अब तक तोड़ा जा चुका है । अधिकारियों की माने तो बेहद ही शांति से इंतजामिया कमेटी ने अपनी गलती स्वीकार की और मस्जिद के अवैध निर्माण को खुद ही तोड़ना शुरू कर दिया है।