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यूसीसी कानून उत्तराखंड में लागू किया जिसका समर्थन हमारी जनता ने दिया : धामी

बरेली । सोमवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बरेली के मेयर और इनवर्टिस यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉक्टर उमेश गौतम ने उत्तराखंड में यूसीसी कानून लाने पर भव्य स्वागत और सम्मान किया, इस सम्मान समारोह में बीजेपी के तमाम नेता और विधायक मौजूद रहे तो वहीं सीएम पुष्कर को सुनने आए तमाम छात्र छात्राएं और गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे रहे।
वहीं उत्तराखंड के मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूसीसी के बारे में जनता से खुल कर बात कही उन्होंने कहा हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में यूसीसी कानून उत्तराखंड में लागू किया जिसका समर्थन हमारी जनता ने दिया हमको मजबूती प्रदान की है, लंबे समय से सरकार बदलने की परिपाटी को तोड़ते हुए दुबारा हमारी सरकार बनाई है । उन्होंने कहा हम इस समान नागरिक संहिता कानून के तहत किसी समाज धर्म का विरोध नहीं कर रहे है बल्कि पुरानी कुरीतियों को समाज से हटाने का कार्य कर रहे हैं। सीएम ने अपने जनता को दिए संबोधन में कहा कि समान नागरिक सहित कानून में एक समाज की मुस्लिम महिलाएं जब उनसे मिलती है तो उनका धन्यवाद देती है कि उन्होंने उत्तराखंड में यह कानून लागू किया है। वहीं कांग्रेस पर निशाना साधते हुए धामी ने कहा कई वर्षों तक एक ऐसी पार्टी सत्ता में रही जिसने अपने वोट बैंक के लिए इस कानून को लागू करने का साहस नहीं किया । जबकि दुनिया के अधिकांश देश जिसमें मुस्लिम देश भी शामिल है वहां भी समान नागरिक सहित कानून लागू है। यह कानून अब उत्तराखंड के आसपास के राज्यों और देश भर में एक नई चेतना एक नई ऊर्जा जागृत करने का कार्य करेगा जिससे पूरे देश में इसको बल मिलेगा और भारत के अन्य राज्यों को भी इसका लाभ मिलेगा। वहीं इसके बाद पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया में दिए अपने साक्षात्कार में कहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशानिर्देश पर उत्तराखंड में यूसीसी लागू किया गया, यूसीसी आज लोगों की मांग है, उन्होंने कहा कि जिस तरह गंगोत्री से मां गंगा निकल कर पूरे देश को सींचती है उसी प्रकार यूसीसी उत्तराखंड से शुरू हुआ है और जल्द ही पूरे देश मे लागू होगा, यूसीसी का विरोध करने वालों पर पुष्कर सिंह धामी ने निशाना साधते हुए कहा कि देश की जनता आज यूसीसी की मांग रही है,अखलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनके और उनके पिताजी के राज में कभी राम मंदिर नहीं बन पाया और उन्होंने निहत्थे कारसेवकों पर गोलियां चलाई।

 

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