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फर्जी दस्तावेज़ों के सहारे भूमि पर अवैध कब्जे का प्रयास, पीड़ित ने की न्याय की मांग

विनय सक्सेना@express views

पीलीभीत।उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत की तहसील पूरनपुर क्षेत्र के ग्राम महादेव परगना के निवासी एक दलित व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा फर्जी दस्तावेज़ों और झूठे वसीयतनामे के आधार पर उसकी पुश्तैनी भूमि पर अवैध कब्जे का प्रयास किया जा रहा है।

पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि यह भूमि उनके स्वर्गीय पिता राजाराम पुत्र हरि को शासन की ओर से अनुसूचित जाति के अंतर्गत 1976 में पट्टे के रूप में आवंटित की गई थी। जिसमें गाटा संख्या 01, 148 आदि मिलाकर कुल 0.73 हेक्टेयर भूमि सम्मिलित है।

हाल ही में सतपाल सिंह नामक व्यक्ति द्वारा फर्जी वसीयत व खुद को स्वघोषित उत्तराधिकारी बताकर उक्त भूमि पर अपना दावा ठोका गया है, जबकि पीड़ित के अनुसार सतपाल सिंह या उसके पिता राजाराम से उनका कोई पारिवारिक संबंध नहीं है।

तहसील और निबंधन कार्यालय से प्राप्त दस्तावेज़ों में यह सामने आया है कि सतपाल सिंह ने दिनांक 16.09.2023 को एक फर्जी “दान-पत्र” तैयार कर उक्त भूमि को अपने नाम दर्ज कराने का प्रयास किया। इसके बाद दिनांक 19.12.2023 को भी भूमि का बैनामा दाखिल किया गया, जबकि इसका कोई वैधानिक आधार नहीं है।

पीड़ित ने संबंधित अधिकारियों को सूचित किया है कि उसके पिता की मृत्यु 2014 में हो चुकी थी और तब से अब तक भूमि पर उसका शांतिपूर्वक कब्ज़ा रहा है। ऐसे में बिना किसी वैध दस्तावेज़ के भूमि पर दावा करना अवैध है और यह SC/ST एक्ट के तहत दंडनीय अपराध भी बनता है।

पीड़ित ने जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी, तहसीलदार व अन्य उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाते हुए मांग की है कि तत्काल प्रभाव से फर्जी अभिलेख रद्द कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही भूमि पर उसका वैधानिक स्वामित्व सुनिश्चित किया जाए।

 

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