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42 घंटे तक ‘डिजिटल अरेस्ट’ में फंसी महिला, लाखों रुपए की मांग; पुलिस ने किया रेस्क्यू

बरेली। डॉयल 112 पर मिली सूचना के बाद पुलिस ने एक महिला को 42 घंटे के ‘डिजिटल अरेस्ट’ से मुक्त कराया। पीड़िता गुलशन कुमारी, निवासी एकतानगर, थाना प्रेमनगर, ने बताया कि 11 अगस्त दोपहर 3 बजे से अनजान फोन नंबर से कॉल आ रही थी।

लाखों रुपए की मांग

कॉलर ने खुद को सरकारी एजेंसी से जुड़ा बताते हुए अरेस्ट वारंट और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में फंसाने की धमकी दी, 70 लाख रुपये की मांग की और घर में ही रहने को कहा। साथ ही, इस बारे में किसी को न बताने का निर्देश दिया।

एसपी सिटी टीम के साथ मौके पर पहुंचे

सूचना पर एसएसपी के निर्देश पर एसपी सिटी, प्रेमनगर पुलिस और डॉयल 112 टीम मौके पर पहुंची और महिला को सुरक्षित बाहर निकाला। मौके पर पुलिस अधीक्षक नगर ने पीड़िता को साइबर फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट से बचाव के तरीके समझाए।

पुलिस की जनता सेअपील

डिजिटल अरेस्ट का कोई कानूनी प्रावधान नहीं है। अनजान नंबर से आने वाली कॉल या वीडियो कॉल पर भरोसा न करें और अपनी निजी जानकारी साझा न करें। यदि कोई डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाए, तो तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 से संपर्क करें।

 

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