- लॉक डाउन में दुकान खोलने का मामला
मोहित जौहरी@express views
पीलीभीत।रविवार के दिन लॉक डाउन में जहाँ एक ओर शासन आदेश का पालन करते हुए अन्य दुकाने व प्रतिष्ठान बंद रहे वहीं आसाम चौराहे पर चौकी से चंद कदमो की दूरी पर स्थित बदनाम स्वीट पर आधा शटर खोलकर मिठाई की बिक्री होती रही। इसके अलावा अन्य मिठाई कारोबारी भी अपना व्यापार करते दिखे।
जब सिटी मजिस्ट्रेट साहव को इस बात की जानकारी दी गयी तब उन्होंने त्वरित कार्यवाही की बात भी कही । किन्तु प्राप्त जानकारी के अनुसार आसाम चौकी से बदनाम स्वीट्स पर फोन पहुंच गया और तुरंत ही मिठाई व्यापारी ने अपनी दुकान बंद कर दी।
अब सवाल ये उठता है कि जब शहर की अन्य दुकाने लॉक डाउन में बन्द थी आसाम चौराहे की भी अन्य दुकाने बन्द थीं तो बदनाम स्वीट पर पुलिस की इतनी मेहरबानी क्यों? और मेहरबानी भी इतनी की पुलिस ने खुद कार्यवाही करने के बजाय उसको फ़ोन पर दुकान बंद करने को बोला। ये हम नही कह रहे खुद बदनाम स्वीट्स के प्रोपराइटर ने बताया है।
आसाम चौराहे पर चौकी के समीप लॉक डाउन के नियमो की धज्जियां उड़ना पुलिस की भूमिका को संदिग्ध बनाता है।
आपको बता दें पूर्व में भी मिठाई और आइसक्रीम की क्वालिटी खराब पाए जाने पर बदनाम स्वीट्स पर कार्यवाही हो चुकी है।
तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट ने आसाम चौराहे पर स्थित बदनाम स्वीट्स पर जब छापा मारा तो वहां गन्दगी में मिठाई बनती पायी गयी इतना ही नही फ्रीज़र में आइसक्रीम भी एक्सपायरी डेट की और बिन क्वालिटी टेस्ट के पायी गयी जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा बदबूदार सड़ी हुई मिठाई और आइसक्रीम फिंकवा दी गई औऱ मिठाई कारोबारी को नोटिस भेजने के निर्देश भी दिये थेअब देखना ये है कि लॉक डाउन के नियमो की धज्जियां उड़ाने वाले मिठाई व्यापारियों पर कोविड19 की धारा के अंतर्गत कार्यवाही होती है या नही।आपको बता दें पूर्व में भी मिठाई और आइसक्रीम की क्वालिटी खराब पाए जाने पर बदनाम स्वीट्स पर कार्यवाही हो चुकी है।
तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट ने आसाम चौराहे पर स्थित बदनाम स्वीट्स पर जब छापा मारा तो वहां गन्दगी में मिठाई बनती पायी गयी इतना ही नही फ्रीज़र में आइसक्रीम भी एक्सपायरी डेट की और बिन क्वालिटी टेस्ट के पायी गयी जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा बदबूदार सड़ी हुई मिठाई और आइसक्रीम फिंकवा दी गई औऱ मिठाई कारोबारी को नोटिस भेजने के निर्देश भी दिये थे