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तो क्या पूर्ति अधिकारी के संरक्षण में हो रही सरकारी राशन की दुकानों में जमकर घटतौली

मोहित कुमार जौहरी@express views

पीलीभीत। जिले में राशन की दुकानों में कोटेदार लगातार मनमानी करते हुए उपभोक्ताओं के राशन में घटतौली करते हुए उपभोक्ताओं का लगातार उत्पीड़न कर रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लगातार ग्रामीणों से शिकायत मिल रही थी कि उनको पूर्ण राशन नहीं मिल पा रहा है। कहीं कहीं तो कोटेदार उपभोक्ताओं पर अपनी दबंगई भी दिखाते हैं। जिससे ग्रामीण कुछ नही कह पाते। वहीं जब कुछ मीडिया कर्मियों को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने इस मामले में कोटेदार से बात की तो उन्होंने भी प्रति यूनिट पर 100 ग्राम से लेकर 200 ग्राम तक घटतौली की बात स्वीकार करते हुए कहा कि हमको भी सरकारी कार्यालय तक महीना देना पड़ता है। एक कोटेदार ने तक स्वीकार किया कि वह 2600 रुपये पूर्ति कार्यालय के कर्मचारियों को देना पड़ता है तथा 3300 रुपे राशन लोड कराने और उतारने के भी देने पड़ते हैं उसने कहा कि मेरे घर में पैसे का कोई पेड़ नहीं है जो कि मैं मुफ्त में राशन बांट दूं ।उसने बताया कि जिला अधिकारी महोदय ने भी 100 से 200 ग्राम यूनिट पर कोटेदार काट सकते हैं इस मामले में जब मीडियाकर्मी ने जिला पूर्ति अधिकारी से बात की तो उन्होंने कहा कि वहां पर सरकारी स्कूलों की मैडम भी प्रत्येक सरकारी गल्ले की दुकान में मौजूद रहती हैं।
अब यदि सरकारी कर्मी राशन अपने सामने बंटवाते है तो फिर घटतौली क्यों हो रही है ? फिर क्या पूर्ति अधिकारी की मिलीभगत से घटतौली चल रही है।

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