मोहित ‘मासूम’@express views
बरेली : इत्तेहात ए मिल्लत काउंसिल (lMC) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने अपने आवास पर बुलायी गई प्रेस वार्ता मे घोषणा की कि किसानों के हक लिए उनकी पार्टी IMC संवैधानिक उपायो के साथ किसी भी हद में जाने के तैयार है। उन्होने कहा कि अगर किसानों की मांग को केन्द्र सरकार द्वारा 9दिसंबर की फाइनल बातचीत में स्वीकार नही किया गया तो lMC 10 दिसंबर को दिल्ली पहुच कर किसानों के साथ आन्दोलन में शामिल होगी।
उन्होने आगे कहा कि ” किसानों को उनका हक दिलाने के लिए अगर मुझे गिरफ्तार भी होना पड़ा तो मै गिरफ्तार होने के लिए भी तैयार हूँ। “
उन्होने कहा , किसान इस देश का अन्नदाता है। अगर वह दुखी रहेगा तो कोई भी सुखी नही रह सकता। उन्होने केन्द्र सरकार पर आरोप लागाते हुए कहा कि सरकार ने अपने कुछ पूजीपति मित्रों को लाभ पहुचाने के लिए इन कानूनों के माध्यम से अन्न के भंडारण करने की सुविधा प्रदान की गई है। ये स्थिति ‘कोरोना’ से भी ज्यादा भयानक है । इससे देश के अन्न का सारा भंडारण कुछ लोगों के हाथ में सिमट के रह जायेगा, ये स्थिति देश, किसान, और यहाँ के नागरिकों सभी के लिए बहुत हानिकारक है।
एम. एस. पी. पर उन से पूछे गये सबाल पर उन्होने कहा कि आखिर किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य कब मिल पाता है…..? किसान की फसल में कमियाँ निकलकर उनकी फसलों को खरीदने से मनाकर दिया जाता है। परिणामस्वरुप उसे थक हार औने पौनै दाम में अपनी फसल बेचने को मजबूर होना पड़ता है।