
बरेली, : पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल पर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, इज्जतनगर के सभाकक्ष में हिंदी दिवस के अवसर पर राजभाषा सप्ताह समारोह का शुभारम्भ मंडल रेल प्रबंधक श्री आशुतोष पंत और डॉ. एन. एल. शर्मा, पूर्व प्राचार्य बरेली कॉलेज, बरेली ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर ‘वैश्वीकरण के परिप्रेक्ष्य में हिंदी की दशा और दिशा’ विषय पर ‘विशेष हिंदी संगोष्ठी’ एवं मंडल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अपने स्वागत संबोधन में अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा.) श्री विवेक गुप्ता ने बताया कि मंडल पर 14 से 21 सितंबर तक राजभाषा सप्ताह समारोह का आयोजन किया जा रहा है। राजभाषा सप्ताह के अंतर्गत विभिन्न हिंदी प्रत्योगितायें और कार्यशालाएं होंगी। राजभाषा सप्ताह के प्रमुख आकर्षणों में 16 सितंबर को अधिकारियों के लिए राजभाषा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता तथा 21 सितंबर को कवि सम्मेलन शामिल है।
इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पंत ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की अस्मिता की पहचान उसकी अपनी भाषा से होती है। भारत विश्व का सबसे बड़ा बहुभाषी प्रजातांत्रिक देश है और हिंदी इसकी अस्मिता की पहचान है। हिंदी दूसरी भाषाओं के शब्दों को बड़ी सुगमता से ग्रहण कर लेती है। बोलने, पढ़ने, लिखने एवं समझने में सरलता, व्यापक प्रचलन, अन्य भाषाओं के साथ सामंजस्य आदि इसके महत्वपूर्ण गुण हैं। हिंदी के प्रचार-प्रसार में रेलों का उल्लेखनीय योगदान रहा है। रेल विभिन्न क्षेत्रों और भाषा-भाषियों के बीच संपर्क का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. एन. एल. शर्मा ने वैश्वीकरण के परिप्रेक्ष्य में हिंदी की दशा और दिशा विषय पर अपने संबोधन में बताया कि कोई भी भाषा बहुत सुन्दर हो सकती है, परन्तु हमारी राष्ट्रभाषा से सुन्दर नहीं हो सकती है। हमें अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित होने से पहले अपने देश के सभी क्षेत्रों में स्थापित होना है। हिंदी की दिशा अच्छी हो तो दशा भी अच्छी होगी। राजभाषा अधिकारी ने मंडल रेल प्रबंधक, मुख्य वक्ता सहित उपस्थित अधिकारियों का आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम का संचालन करते हुए राजभाषा अधिकारी प्रभाकर मिश्र ने मंडल पर हिंदी प्रगति की समीक्षा प्रस्तुत की।