
पीलीभीत। सावधान! अगर आप पीलीभीत में अविकसित कालोनी में प्लाट लेने की सोच रहे हैं तो कदम सोच समझकर उठाए । क्योकि पीलीभीत की सीमा में और सीमा से सटे इलाकों में प्लाटिंग के नाम पर ठगी का खुला खेल चल रहा है। बिना किसी नक्शे पास हुए व बिना 143 दर्ज हुए मानकों के विपरीत कॉलोनाइजर प्लॉटिंग कर रहे हैं। लोगों को सस्ते आशियाने का सपना दिखाकर उनकी जीवनभर की खून-पसीने की कमाई हड़पकर कालोनाइजर व प्रॉपर्टी डीलर फरार हो जाते हैं और जिन्हें प्लॉट मिलते हैं वे सुविधाओं के लिए तरसते रहते हैं। प्रोपर्टी डीलर और कालोनाइजर लोगों की अज्ञानता का फायदा उठाते हैं।योगी सरकार में पीलीभीत जिले में भूमाफियाओं के हौसले दिनोदिन बुलंद होते जा रहे हैं।जबकि योगी सरकार ने शपथ लेते ही सबसे पहले कहा था कि भूमाफियाओं पर शिकंजा कसना उनकी सरकार का प्रमुख दायित्व है। पहले भी मीडिया में कई बार भूमाफियाओं के विरुद्ध खबरों का प्रकाशन व प्रसारण हुआ तो प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेकर खाना पूर्ति करके छोड़ दिया।
आपको बता दें कि शहर से सटे नौगवां, ईदगाह रोड, चिडियादेह, सड़ागौटिया, चंदोई, मीरपुर आदि में कई बीघों की कृषि भूमि पर कॉलोनाइजर बिना किसी नक्शे व लेआउट पास के अवैध प्लॉटिंग कर रहे हैं। साथ ही स्टाम्प चोरी कर सरकारी राजस्व को चूना लगा रहे हैं, किन्तु प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्यवाई नही हो रही है।
भ्रष्ठ कर्मचारियों, अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों के कारण ही अब भूमाफियाओं के हौसले बुलंद हो गए है। जिसका खामियाजा सामान्य नागरिकों को भुगतना पड़ता हैं।
इसलिये यदि आप भी शहर या उसके आस पास कोई प्लाट ले रहे हैं तो कॉलोनाइजर से लेआउट, नक्शा, व अन्य आधारभूत सुविधाओं की जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें।