
पीलीभीत ।रामेश्वरम कॉलोनी के कोलोनीजरों के हौसले बुलंद है, योगी सरकार कितने भी दावे करे किंतु भृष्ट सरकारी तंत्र की मिलीभगत से इन भूमाफियाओं को योगी के बुलडोजर का भी खौफ नही है। नगर से चंद किलोमीटर दूर पूरनपुर रोड स्थित सड़ा चौकी के निकट निर्माणाधीन रामेश्वरम कालोनी पर जोकि ग्राम मीरापुर स्थित गाटा संख्या 82 पर सरकारी तालाब को पाटकर विकसित की जा रही है उस पर लगातार प्लॉटिंग जारी है
पूर्व में रोक लगने के बाबजूद हो रही प्लॉटिंग
बता दें कि विवादित रामेश्वरम कॉलोनी जिसको पूर्व में एसडीएम व तहसीलदार ने मानकों के विपरीत बता उसकी प्लाटिंग व 143 होने पर रोक लगा दी थी जिसको भृष्ट राजस्व कर्मचारियों की मिलीभगत से अब क्लीन चिट देते हुए कृषक भूमि को अकृषक भूमि में दर्ज कर 143 में दर्ज करवा दिया गया।
जबकि किसी भी कृषक भूमि को औद्योगिक , आवासीय, वाणिज्यिक प्रयोजनों से ही अकृषक बना 143 में दर्ज किया जा सकता है। और किसी भी भूमि को 143 में दर्ज करने हेतु उसके लिये रास्ता होना आवश्यक है ।
मालूम हो कि ये क्षेत्र जिला पंचायत के क्षेत्र में आता है रामेश्वरम कॉलोनी का कोई रास्ता नही है । जो रास्ता है वो विवादित सरकारी तालाब को पाटकर बनाया गया है। जिसकी जानकारी सामान्य लोगो को भी है जिसका फायदा ये भूमाफिया उठा रहे हैं ।
मीरापुर तालाब का सीमांकन न होने से हो रहे कॉलोनाइजरों के गलत मंसूबे पूरे
पूर्व में एसडीएम द्वारा पैमाइश करवाई गई किंतु भृष्ट राजस्व कर्मचारियों द्वारा उक्त सरकारी तालाब की तूदाबन्दी/सीमांकन नही करवाया गया।। जाहिर है कि मलाई खाकर भूमाफियाओं को खुली छूट देने का प्रयास पूर्व और वर्तमान कानूनगो व लेखपाल द्वारा किया गया होगा।
अब कॉलोनाइजर उक्त पाटे गए मीरापुर के तालाब से रास्ता दिखाते हुए जो कि 143में दर्ज नही है अपनी पिपरा भगू की जमीन का लेआउट पास करवा अपने मंसूवे पूरे करने का प्रयास कर रहे है।
क्या अवैध रूप से विकसित हो रही रामेश्वरम कॉलोनी पर चलेगा बाबा का बुलडोजर
सूत्रों के मुताबिक भूमाफियाओं ने अब सत्ताधारी नेताओं की भी शरण ले ली है। तो क्या अब अवैध रूप से हो रही प्लॉटिंग में मुख्यमंत्री योगी जी का बुलडोजर नही चलेगा।