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पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय का लंबी बीमारी से निधन

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राजनीति में ब्राह्मण चेहरे के दम पर अपनी खास पहचान रखने वाले पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय का निधन हो गया है। उनकी आयु 65 वर्ष थी। वे लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। शुक्रवार देर रात आगरा के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।

यूपी की बसपा सरकार में रामवीर उपाध्याय प्रदेश के ऊर्जा मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने शुक्रवार को आगरा के रेनबो हॉस्पिटल अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। अपने खराब स्वास्थ्य की वो वजह से अब वो राजनीतिकी सक्रिय नहीं थे। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपने आगरा में भाजपा की सदस्यता हासिल की थी। लेकिन इसके बाद उन्हें सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया था। इसका प्रमुख कराण उनका खराब स्वास्थ्य था।

पिछली बार विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने उस समय भी अस्वस्थ होने के कारण वे भाजपा कार्यालय नहीं जा सके थे। भाजपा ब्रजक्षेत्र अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी ने उनके आवास पर पहुंच उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई थी।

राजनीतिक जीवनरामवीर उपाध्याय साल 1996 में पहली बार हाथरस सदर से विधायक बने। इसके बाद 1997 में हाथरस को अलग जनपद का दर्जा दिलाने में रामवीर उपाध्याय की अहम भूमिका रही। उपाध्याय परिवहन और चिकित्सा शिक्षा, ग्रामीण समग्र विकास और ऊर्जा मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्रालय संभाल चुके हैं। वो वर्ष 2002 और 2007 में हाथरस सदर, 2012 में सिकंदराराऊ और 2017 से वह सादाबाद से विधायक बने। बसपा ने उन्हें लोक लेखा समिति का सभापति भी बनाया। विधानमंडल दल में मुख्य सचेतक भी रह चके हैं।

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