
@desk।आस्था के महापर्व छठ का रंग पूरे बिहार में देखने को मिला। सोमवार को महापर्व के चौथे दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही महापर्व का समापन हो गया। उगते सूर्य की उपासना के बाद छठ व्रती पारण कर 36 घंटे का निर्जला उपवास तोड़ेंगे। प्रदेश में छठ पर्व के दौरान गजब का उत्साह देखने को मिला। घाटों पर आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा।
उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद लोक आस्था के महापर्व छठ का समापन हो गया। पूरा बिहार छठी मइया की जय हो से गूंज उठा।
खरना के बाद रविवार को छठ का तीसरा दिन था। व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। जबकि आज 31 अक्टूबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया गया। छठ व्रति खरना के बाद से ही 36 घंटे का निर्जला उपवास किया जाता है। पटना समेत बिहार के अन्य जिलों के घाटों पर छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान भास्कर की उपासना की। अर्घ्य को लेकर पटना समेत अन्य घाटों पर सरकार की तरफ से खास व्यवस्था की गई ।