अवनीश श्रीवास्तव@express views। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गजरौला में कार्यरत स्टाफ नर्स के द्वारा स्वास्थ्य केंद्र में फर्जी डिलीवरी व फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने का मामला विगत दिनों सामने आया था।
इस मामले कि जानकारी शिव सेना उपाध्यक्ष प्यारेलाल के ने एक मीडियाकर्मी को दी। पत्रकार के द्वारा न्यूरिया स्वास्थ्य केंद्र से इस तरह के प्रमाण पत्र फर्जी डिलीवरी दिखाकर फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने की पुष्टि होने के बाद सीएमओ से 19 अक्टूबर को पत्र देकर शिकायत की गई। किन्तु शिकायत के उपरांत कार्यवाही के डर से स्टाफ नर्स ने 20अक्टूबर को पत्रकार तेजपाल वर्मा व शिव सेना जिलाउपाध्यक्ष प्यारेलाल के खिलाफ छेड़छाड़ का झूठा मुकदमा थाना गजरौला में दर्ज करा दिया। 22 अक्टूबर को सीएमओ पीलीभीत ने कार्यवाही का आश्वासन दिया किन्तु स्टॉप नर्स पर कोई कार्यवाही नही हुई।
जिस कारण शिवसेना कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य विभाग के द्वारा की जा रही लपरवाही और तानाशाही के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया।
वही शिव सैनिकों ने अभी हाल ही में कुछ दिन पहले पीएचसी की मिलीभगत से गजरौला के ही एक प्राइवेट सोनाक्षी क्लीनिक पर एक जच्चा-बच्चा की मौत हो जाने का आरोप सम्बंधित डॉक्टरों पर लगाते हुए उन पर कार्यवाई की भी मांग की है ,वहीं शिवसेना जिलाध्यक्ष शैली शर्मा ने कहा कि यदि कोई सामाजिक कार्यकर्ता किसी भ्रष्टाचार को उजागर करता है तो सरकार में बैठे इस तरह के भ्रष्ट अधिकारी आवाज को दबाने का भरपूर प्रयास करते हैं ।धरना प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ताओं ने मांग की कि जो छेड़छाड़ का झूठा मुकदमा थाना गजरौला में दर्ज कराया गया है उसे तुरंत डिस्पैच कराया जाए तथा नर्स को बर्खास्त किया जाए, शिव सेना ने उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को संबोधित करते हुए ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया ।ज्ञापन देने में मौजूद शैली शर्मा, प्यारे लाल प्रजापति, एडवोकेट आर के शर्मा कानूनी सलाहकार, राजू मौर्य, नितिन गुप्ता, राकेश बर्मा, दिनेश वर्मा, करण कुमार शर्मा, अभिषेक शर्मा, प्रवीण शर्मा, सोनू गोस्वामी आदि कार्यकर्ता सैकड़ों की संख्या में मौजूद रहे।