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पीलीभीत:बागी कार्यकर्ताओं को नही भाजपा में आस्था, कहीं बिगड़ न जाये भाजपा प्रत्याशी का समीकरण

पीलीभीत। नगर निकाय चुनाव का दूसरे चरण में पीलीभीत में मतदान 11 मई को होगा। वहीं पीलीभीत में बीजेपी के प्रत्याशी को बागी प्रत्याशी कड़ी टक्कर देते हुए नजर आ रहे हैं। बीजेपी के चुनावी गणित को बागी प्रत्याशी बिगाड़ने में जुटे हुए हैं।भले ही भाजपा के रणनीतिकारों ने बागियों को मनाने में पूरी ताकत झोंक दी हो और बागियों ने समर्थन दे दिया हो लेकिन सूत्रों की माने तो बागी अंदर खाने सेंधमारी करते नज़र आ रहे हैं । बागी प्रमुख प्रत्याशियों के समीकरण बिगाड़ रहे हैं। भाजपा में ऐसे कार्यकर्ताओं की संख्या ज्यादा है, जबकि सपा, कांग्रेस और बसपा कार्यकर्ता चुनाव मैदान में डटे हुए हैं। बता दें कि पीलीभीत से भाजपा ने डॉ आस्था अग्रवाल को अपने प्रत्याशी के तौर पर उतारा है, किन्तु भाजपा से टिकट के लिए आवेदन करने वाले तथाकथित बागी नेता भाजपा प्रत्याशी के मंसूबों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। सूत्र की माने तो भाजपा के एक बागी नेता ने तो अपने समर्थकों को निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन देने तक को बोल दिया है । जिससे निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा प्रत्याशी आस्था अग्रवाल पर भारी पड़ता नज़र आ रहा है।

वहीं जिस तरह से एक के बाद एक बड़े नेता पीलीभीत आ रहे है उससे तो ये ही लगता है कि भाजपा को जीत के प्रति चिंता बढ़ी हुई है।
पीलीभीत में पार्टी के अंदरूनी सर्वे के अनुसार पार्टी को ब्राह्मण वोट खिसकता नज़र आ रहा है । ब्राह्मण मतदाता बागी प्रत्याशियों को समर्थन देते नजर आ रहे हैं। जिस कारण उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक व जितिन प्रसाद को भी पीलीभीत का दौरा करना पड़ा। कायस्थ वोट भी पीलीभीत में अच्छा खासा होने पर भी कायस्थ वोटरों का समर्थन मिल पाने में सन्देह के कारण वन मंत्री अरुण सक्सेना को भी गुरुवार को पीलीभीत का दौरा करना पड़ा।

वन मंत्री की जनसभा में खाली पड़ी रहीं कुर्सियां

पीलीभीत के डिग्री कॉलेज चौराहे के समीप स्थित एक बैंकट हॉल में गुरुवार को वन मंत्री द्वारा कायस्थ समाज की जनसभा को सम्बोधित किया जाना था, किन्तु बागियों ने कायस्थ समाज की आयोजित जन सभा में भी भाजपा प्रत्याशी के मंसूबे में सेंध लगा दी। वन मंत्री की जनसभा में खाली पड़ी कुर्सियों ने जता दिया कि भाजपा से टिकट के लिए आवेदन करने वाले तथाकथित बागी नेता जनसभा में सैकड़े का आंकड़ा भी नहीं जुटा पाए हैं।

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