फलस्तीन में मारे गए लोगों के लिए की सामूहिक दुआ, मस्जिद के बाहर रहा पुलिस का पहरा।

बरेली। फलस्तीन में मारे गए लोगों के लिए मौलाना तौकीर रजा खान ने मस्जिद में शुक्रवार को सामूहिक दुआ कराई। पहले यह इस्लामिया इंटर कॉलेज के मैदान में होनी थी, लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। सामूहिक दुआ में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इस दौरान मस्जिद के बाहर पुलिस तैनात रही। आसपास के रास्तों पर नाकाबंदी की थी।
आईएमसी नेताओं के घरों के बाहर रहा पहरा
इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के घरों पर पुलिस का पहरा लगा दिया गया था। आईएमसी नेता डॉक्टर नफीस खान, मुनीर इदरीसी, नदीम खान आदि के घरों के बाहर फोर्स तैनात रहा। हालांकि किसी के आने जाने पर रोक नहीं लगाई गई। दोपहर ढाई बजे के बाद मौलाना तौकीर रजा खान की अगुवाई में लोग मस्जिद पहुंचे और फलस्तीन में मारे गए लोगों के लिए सामूहिक दुआ की।
इस्राइल से संबंध खत्म करने की मांग
मौलाना तौकीर रजा खान ने बृहस्पतिवार को प्रेसवार्ता में कहा कि बरेली पूरी दुनिया के सुन्नी मुसलमानों का केंद्र है। इस वजह से दुनिया में कही भी जुल्म हो रहा हो तो हमारी जिम्मेदारी है कि हम उसके खिलाफ आवाज उठाएं। लोगों की मदद करें। अगर कुछ नहीं कर सकते तो उन के हक में दुआ करें। उन्होंने कहा कि इस्राइल की ओर से फलस्तीन में लगातार हमले किए जा रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस्राइल से संबंध समाप्त करें।
गोला-बारूद अमेरिका के और कांधा-हाथ इजराइल के
मस्जिद नौमहला में सामूहिक दुआ में शामिल होने गए दरगाह प्रमुख हजरत मौलाना सुब्हान रजा खान (सुब्हानी मियां) ने कहा कि इजराइल अपने सहयोगियों खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका के समर्थन और सहायता से गाजा में फलस्तीन के आम मुसलमानों को खत्म कर रहा है। आम नागरिकों को मारने वाले हथियार, गोला-बारूद और परमाणु बम अमेरिका के हैं और कांधा व हाथ इजराइल के हैं। इसलिए हम आप सभी से अपील करते हैं कि इस्लामिक देशों की सरकारे तुरंत इजराइल, अमेरिका और इजराइल के सभी सहयोगियों और देशों का बहिष्कार करें। इन देशों से अपने राजदूतों को वापस बुला लें और अपने राजदूतों को उनके देशों से बाहर निकाल दें। खुसूसी दुआ मुफ्ती सय्यद कफील हाशमी ने की। मुफ्ती सलीम नूरी, मुफ्ती अफरोज आलम, मौलाना जाहिद रजा, मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी, शान रजा, टीटीएस जिला सदर मंजूर रजा आदि मौजूद रहे।