DM ने कराया अपनी बेटी का आंगनबाड़ी केंद्र में दाखिला।

बरेली । जिलाधिकारी बरेली ने अपनी बेटी का एडमिशन काँधरपुर स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में कराया है। बरेली के जिलाधिकारी की ये पहल अन्य सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों के लिए यह एक सबक से कम नही है।
जब जिले के मुखिया ने आंगनवाड़ी केंद्र और सरकारी पाठशालाओं पर अपना विश्वाास जताया हैं। तो अन्य कर्मचारी और अधिकारियों को भी जिलाधिकारी के दिखाए हुए रास्ते पर चलकर इन पाठशालाओं की ओर अपने नौनिहलों रुख कराना चाहिए। इससे पहले हाथरस की डीएम अर्चना वर्मा ने अपने बेटे का दाखिला आंगनबाड़ी केंद्र में कराया था। वह भी काफी चर्चाओं में रहा था।
बतातें चलें पढ़ाई को लेकर सरकारी स्कूल हमेशा निशाने पर रहे हैं। कई बार यह अखबार की सुर्खियों में भी रहे हैं। जिससे लोग अपने बच्चों का एडमीशन सरकारी स्कूल में कराने से बचते हैं। बात करें तो मध्यम वर्गीय परिवार के लोग अभी भी अपने नौनिहालों का एडमीशन सरकारी स्कूल में कराने के बदले प्राइवेट स्कूल में कराना सही मानते हैं।
बरेली के जिलाधिकारी द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र में अपनी बेटी के एडमिशन कराने के बाद ये मिथक टूटता नजर आ रहा है। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने अपनी बेटी का दाखिला आंगनवाड़ी में कराया है। उन्होंने अपनी बेटी की प्राथमिक स्तर की पढ़ाई के लिए काँधरपुर के आंगनबाड़ी को चुना है। अगर इस पहल को राजनेता और अधिकारी आगे तक निभाते हैं तो सरकारी स्कूल में पढ़ाई का स्तर सुधर जाएगा।