प्रधान की मनमानी के चलते ग्रामीणों की मुसीबत बनी गांव सेमरखेड़ा की गलियां
- गंदगी और कीचड़ से भरी गांव सेमरखेड़ा की गलियां
पीलीभीत।ग्रामीण विकास के नाम पर जहां एक तरफ सरकार लाखों रुपए पानी की तरह बहा रही है तो वहीं ग्राम प्रधान की मनमानी के चलते अभी भी गांव की गलियां गंदगी और कीचड़ से भरी हुई है इस पंचवर्षीय को लगभग तीन साल पूरे हो गए हैं लेकिन अभी भी गांव सेमरखेड़ा में विकास के नाम पर मात्र कागजी खानापूर्ति कर लाखों रुपए का बंदरबांट किया गया है योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को ग्राम प्रधान और सचिव द्वारा जमकर पलीता लगाया जा रहा है।
मरौरी विकास खंड की ग्राम पंचायत सेमरखेड़ा के ग्राम प्रधान लालजीत लगातार विकास कार्यों को लेकर मनमानी कर रहे हैं ग्रामीणों ने बताया कि तीन साल से प्रधान लालजीत लगातार गलियों को सही कराने का आश्वासन देते चले आ रहे हैं लेकिन अभी तक गांव में कोई भी विकास कार्य नहीं कराया गया है जबकि सरकार द्वारा प्रति वर्ष नाली खड़ंजे के नाम पर लाखों का बजट जारी किया जा रहा है और बाकायदा प्रधान सचिव द्वारा इस बजट को फर्जी विकास कार्य दिखाकर ठिकाने लगाया जा रहा है लेकिन गांव में धरातल पर अभी तक कोई भी विकास कार्य नहीं कराया गया है जिससे ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है ग्रामीणों ने प्रधान लालजीत की उच्चाधिकारियों से शिकायत कर गांव में कराएं गये विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने की मांग की है।