Latest Posts
home कानपुर राष्ट्रीय 

गैंगस्टर विकास दुबे के लिये मुख़बरी के आरोप मे गिरफ्तार पुलिसकर्मी ने सुप्रीम कोर्ट की ली शरण

कानपुर।गैंगस्टर विकास दुबे के लिए मुखबिरी के आरोप में गिरफ्तार दो पुलिसकर्मियों में से एक सब इंस्पेक्टर केके शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। केके शर्मा ने एनकाउंटर में मारे जाने की आशंका जताते हुए सुरक्षा की मांग की है। कानपुर के बिकरू गांव में विकास दुबे के घर पर पुलिस ने दबिश दी थी। इसकी सूचना उसे पहले ही मिल गई थी। पुलिस टीम पर हुए हमले में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।

बता दें कि बीट इंचार्ज केके शर्मा और चौबेपुर थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर विनय तिवारी पर आरोप है कि दोनों ने विकास दुबे को पुलिस ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी थी। पुलिस विकास दुबे के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए बिकरू गांव गई थी। इस घटना में डीएसपी समेत आठ पुलिसकर्मियों की जान चली गई थी। गिरफ्तार केके शर्मा की पत्नी विनीता सिरोही ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा है कि यूपी पुलिस की देखरेख में मामले की निष्पक्ष जांच नहीं होगी। ऐसे में इस मामले की जांच के लिए किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी या सीबीआई को जिम्मा सौंपा जाए। साथ ही साथ याचिकाकर्ता ने यह भी निवेदन किया है कि यूपी पुलिस को सुप्रीम कोर्ट एक निर्देश जारी करे कि केके शर्मा से पूछताछ कानपुर के माटी जेल में ही हो, जहां वो वर्तमान में है। उसे यहां से बाहर लेकर न जाया जाए। याचिका में कहा गया है कि कानून का नियम देश में सवोच्च है और प्रत्येक आरोपी को संविधान के अनुच्छे 21 के तहत निष्पक्ष सुनवाई की गारंटी दी गई है। ऐसे में याचिकाकर्ता संविधान के अनुच्छे 14, 19 और 21 के तहत अपने मौलिक अधिकारों की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।

Related posts

Leave a Comment

error: Content is protected !!