अयोध्या: बिना गुंबद के होगा अयोध्या में मस्जिद का निर्माण, म्यूजियम के साथ होगा अस्पताल का भी निर्माण।
मोहित ‘मासूम’@express views

अयोध्या: अयोध्या में बनने वाली मस्जिद का मॉडल डिजाइन आ गया है जो बिना गुंबद के बनाई जाएगी । शनिवार को अयोध्या के धन्नीपुर मे बनने वाली मस्जिद की डिजायन सामने आई। वर्षो तक जिस मामले ने दो कौम के लोगों को आमने-सामने रखा वो समस्या अब खत्म हो गई है। अब महज 30 किलोमीटर की दूरी पर ही दोनों इमारतों का निर्माण किया जायेगा।
देश की सर्वोच्च अदालत के निर्णय के बाद राम जन्म भूमि पर अब जहाँ अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है और वहीं दूसरी ओर कुछ दूरी पर ही भव्य मस्जिद का निर्माण भी शुरू हो जायेगा। ये दोनों इमारतें आने वाली पीढ़ीं को शांति और मोहब्बत का पैगाम देगी।
सामान्यतया जब भी हमारे जेहन में मंदिर, मस्जिद का जिक्र आता है तो आंखों के सामने एक तस्वीर उभर आती हैं। जिसमें कुछ मीनारें होती हैं, गुंबद होते हैं, मस्जिद के ऊपर साउंड लगे होते हैं। लेकिन अयोध्या की धन्नीपुर मस्जिद बिल्कुल ही अलग होगी।
यह मस्जिद बिना गुम्बद के बनायी जायेगी। इस मस्जिद का डिजाइन जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के आर्किटेक्चर विभाग के प्रोफेसर एसएम अख्तर ने तैयार किया है। शनिवार को फाउंडेशन (आईआईसीएफ) की वर्चुअल बैठक में अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद का डिजाइन जारी किया गया। पांच एकड़ जमीन पर बनने वाली इस मस्जिद के साथ म्यूजियम, लाइब्रेरी और एक कम्युनिटी किचन भी बनाया जायेगा। 200 से 300 बेड का एक अस्पताल भी इसी जमीन पर बनाने का प्रस्ताव है। बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि मस्जिद का नाम किसी बादशाह के नाम पर नहीं रखा जायेगा।
● धन्नीपुर के नाम पर ही होगा मस्जिद का नाम।
प्रोफेसर अतहर हुसैन ने बताया कि मस्जिद का नाम धन्नीपुर मस्जिद रखा गया है। इसमें सुपर स्पेशिऐलिटी हॉस्पिटल, कल्चरल रिसर्च सेंटर, लाइब्रेरी और किचन भी बनेगा। मस्जिद परिसर की डिजाइन आर्किटेक्ट रिलीज होने के बाद अब इसका नक्शा पास करवाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। प्रयास किया जायेगा कि 26 जनवरी या 15 अगस्त के दिन इसकी नींव रखी जा सके।
● मस्जिद परिसर बनने वाले अस्पताल में मुफ्त में होगा बीमार मरीजों का ईलाज।
आर्किटेक्ट प्रोफेसर अख्तर ने कहा, ‘अस्पताल महज कंक्रीट का ढांचा नहीं होगा बल्कि मस्जिद की वास्तुकला के अनुरूप ही इसे तैयार किया जाएगा। इसमें 300 बेड की स्पेशिएलिटी इकाई होगी, जहां डॉक्टर बीमार लोगों का मुफ्त इलाज करेंगे।’
मस्जिद परिसर मे बनने वाले इस हॉस्पिटल को 24150 वर्ग मीटर भूमि पर तैयार किया जाएगा। ट्रस्ट के मुताबिक इस जमीन पर बनने वाला अस्पताल चार मंजिला होगा। जिसकी क्षमता कम से कम 200 से 300 बेड की होगी और यह चैरिटी मॉडल पर काम करेगा।
● 2 साल में पूरा होगा मस्जिद का निर्माण कार्य।
फाउंडेशन के प्रवक्ता अतहर हुसैन ने बताया कि मस्जिद निर्माण नक्शा पास होने के बाद शुरू हो पायेगा। अगर जल्दी अप्रूवल मिल गया तो 26 जनवरी को निर्माण की शुरुआत कर दी जाएगी। अगर 26 जनवरी को काम नहीं शुरू हो पाता है तो 15 अगस्त की तारीख भी का विकल्प रखा गया है। बताया जा रहा है कि पूरा प्रॉजेक्ट दो साल में तैयार होगा। मीटिंग में तय हुआ कि साइट पर सबसे पहले मिट्टी की टेस्टिंग कराई जाएगी, जिसके बाद मस्जिद का नक्शा पास कराया जाएगा। इस प्रक्रिया के बाद ही निर्माण शुरू होगा। मस्जिद, हॉस्पिटल, म्यूजियम सबकी नींव एक साथ रखी जाएगी।
● दो मंजिला बनेगी मस्जिद, एक साथ 2000 लोग पढ़ सकेगे नमाज।
प्रो. अख्तर ने बताया कि मस्जिद 3500 वर्ग मीटर में बनेगी। यहां एक साथ दो हजार लोग नमाज पढ़ सकेंगे। नक्शे के मुताबिक मस्जिद को दो मंजिला बनाया जायेगा।। महिलाओं के लिए अलग जगह तय होगी। इमारत ईको-फ्रेंडली होगी और इसमें सोलर एनर्जी का भी उपयोग किया जा सकेगा।