हरदोई के गांव तेरा पुरसौली की प्रधान वैशाली यादव, जो यूक्रेन से चला रही थीं प्रधानी, अब होगी कार्यवाई।

@desk:यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए भारत सरकार का ‘ऑपरेशन गंगा’ जारी है। अब तक हजारों बच्चों को वापस लाया जा चुका है। शुक्रवार सुबह भी एयरफोर्स के दो C-17 विमानों से 210 छात्रों की भारत वापसी हुई है। ये दोनों विमान नई दिल्ली के करीब हिंडन एयरबेस पर उतरे। युद्ध के हालात, डर और दहशत के बीच यूक्रेन में फंसे छात्र-छात्राओं में से अगर किसी की सबसे ज्यादा हुई तो वह उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले की रहने वाली वैशाली यादव हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वैशाली यादव ग्राम प्रधान हैं और वह लंबे समय से गांव छोड़ यूक्रेन में रह रही थीं। इस बात का खुलासा तब हुआ जब रूस ने यूक्रेन पर हमला कर लिया और वैशाली ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई।
फिलहाल, वैशाली यादव अपने देश लौट आई हैं। वह शुक्रवार को लखनऊ स्थित अपने घर पहुंची हैं। न्यूज 18 की खबर के मुताबिक, वैशाली के पिता महेंद्र यादव ने बताया कि उनकी बेटी यूक्रेन से सकुशल वापस भारत आ चुकी है और अभी वह लखनऊ में है। साथ ही यह भी बताया कि वह वर्तमान में प्रधान है और साल में दो उपस्थिति दर्ज कराना आवश्यक होता है, इसके लिए वह एक उपस्थिति दर्ज कराकर गई थी। दूसरी के लिए अभी समय है। इस बीच जो भी काम पड़े वह इंटरनेट के जरिए हुए जैसे अन्य प्रधानों के होते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी ने ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे उनकी छवि खराब हो।
बता दें, वैशाली यादव सांडी विकासखंड के तेरपुरसौली गांव की ग्राम प्रधान हैं। प्रधान चुने जाने के दौरान ही वह यूक्रेन के इवानो फ्रेंक्विस्क में मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहीं थीं। प्रधानी का चुनाव जीतने के बाद वह दोबारा यूक्रेन चली गईं। इसको लेकर गांव में लोगों के अंदर गुस्सा था। मामला सामने आने के बाद पंचायतराज ने भी गुस्सा जाहिर किया था। एडीएम वंदना त्रिवेदी के मुताबिक, वैशाली यादव के खिलाफ पंचायती राज अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।