ड्रेसिंग करवाने पहुंची महिला को सचान नर्सिंग होम की चिकित्सक ने भगाया
मोहित कुमार जौहरी@express views

पीलीभीत।डॉक्टरों में मानवीयता खत्म हो चुकी है। अब डॉक्टर सेवा भावना से नही पैसा कमाने के लिये ही मात्र मरीजों का इलाज करते है।
ऑपरेशन से बच्चा पैदा होने के बाद निजी डॉक्टर की लापरवाही से प्रसूता के टांकों से मवाद आने लगा।प्रसूता अपने पति के साथ पट्टी कराने अस्पताल गई तो अस्पताल से डॉक्टर द्वारा पीड़िता को भगा दिया गया।जिसकी शिकायत डीएम से पीड़िता ने की है।
पीलीभीत में नौगवां क्रासिंग स्थित सचान नर्सिंग होम के चिकित्सकों पर नौगवां पकड़िया निवासी दीपक श्रीवास्तव ने डी एम को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसकी पत्नी का ऑपरेशन 19 अक्टूबर को सचान नर्सिंग होम में हुआ था। अस्पताल में प्रसूता को भर्ती करने से पहले ही पीड़ित से अस्पताल द्वारा भर्ती, ऑपरेशन, दवाई, व उचार के बाद कि एक हफ्ते की दवाई सहित अन्य सभी खर्च 21हजार रुपए बताए थे। लेकिन डिस्चार्ज के बाद भी लगभग 17सौ रुपये अलग ले लिय गए साथ ही ड्रेसिंग के अलग लिये गए। डिस्चार्ज हिने के लगभग 15 दिन बाद पीड़िता के ऑपरेशन के टांको में पस भर गया। जिसपर शिकायतकर्ता दीपक अपनी पत्नी को दिखाने सचान नर्सिंग होम पहुंचा तो महिला चिकित्सक और उसके बेटे ने 500 रुपये पर्चे के और ड्रेसिंग के पैसे जमा करने को बोला। जब पीड़ित ने कहा कि ऑपरेशन से पूर्व में ही आपने समस्त ड्रेसिंग आदि का पैसा ले लिया है तो इस बात पर बौखलाये महिला चिकित्सक और उनके चिकित्सक पुत्र ने पीड़िता और उसके पति को फटकार कर भगा दिया। जिसकी शिकायत पीड़ित ने जिलाधिकारी से करते हुए कार्यवाई की मांग की है।