पीलीभीत : खेतों में अवैध प्लॉटिंग का खेल, RERA उल्लंघन के साथ हो रही स्टाम्प चोरी भी
पीलीभीत। ज़िले में आवासीय कॉलोनियों का गोरखधंधा ज़ोरों पर है। नियम-कायदों को ताक पर रखकर कई भूमाफ़िया और कॉलोनाइजर सीधे कृषि भूमि पर प्लॉट काटकर बेच रहे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि बिना Land Use Change और बिना Layout Approval के ही रजिस्ट्री हो रही है। साथ ही स्टाम्प चोरी कर सरकार को भी लाखों का चूना लगाया जा रहा है।
जानकारों के मुताबिक, कॉलोनाइज़र किसानों को थोड़ी-सी अग्रिम रकम थमा कर समझौता कर लेते हैं और फिर उन्हीं खेतों की “रिहायशी कॉलोनी” का बोर्ड टांग देते हैं।
नियमों के मुताबिक पहले कृषि भूमि का उपयोग बदलवाना पड़ता है, फिर कॉलोनी का Layout Plan पास करवाना होता है और बड़े प्रोजेक्ट (1.25 एकड़ से अधिक भूमि) के लिए RERA रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
चौंकाने वाली बात यह है कि कई कॉलोनाइज़र 1.5 एकड़ से भी ज़्यादा ज़मीन पर प्लॉटिंग कर रहे हैं, कानून के मुताबिक बड़ी कॉलोनी का या प्लाटिंग का RERA (Real Estate Regulatory Authority) में पंजीकरण अनिवार्य है। बिना RERA रजिस्ट्रेशन के कॉलोनी बेचना सीधा कानून का उल्लंघन और खरीदारों से ठगी है।
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है -कि बिना Land Use Conversion और Layout Approval के कृषि भूमि पर प्लॉटिंग पूरी तरह अवैध है।
और अगर 5000 गज से ऊपर की कॉलोनी है, तो RERA में प्रोजेक्ट का पंजीकरण न होना अपराध माना जाएगा। इस पर भारी जुर्माना, कॉलोनी रद्द और डेवलपर के खिलाफ एफआईआर तक हो सकती है।
खरीदारों को मिल रहे हैं सिर्फ काग़ज़ी सपने
इस पूरे खेल में कुछ दलाल और भू-माफ़िया प्रशासन की आंखों के सामने “किसानों की ज़मीन और खरीदारों का पैसा” दोनों डकार रहे हैं। भू-माफ़िया/कॉलोनाइजर मोटी रकम वसूलकर भोले-भाले खरीदारों को काग़ज़ी सपनों की सौगात दे रहे हैं। जबकि न सड़क हैं, न बिजली, न नाली, – सिर्फ नक्शे पर कॉलोनी, और हक़ीक़त में खेत।
स्टाम्प की हो रही चोरी
सबसे बड़ी बात यह है कि कई कॉलोनी संचालक 5000 गज से बड़ी कॉलोनियाँ विकसित कर रहे हैं, लेकिन उन्हें RERA में रजिस्टर नहीं कराया गया। यही नहीं, बिना Land Use Change और Layout Approval के सीधी रजिस्ट्री करने से सरकारी खजाने को करोड़ों की स्टाम्प ड्यूटी की भी चपत लग रही है।
कहाँ कहाँ हो रही अवैध प्लाटिंग
पूरनपुर रोड , बनकटी रोड, चँदोई, अलीगंज, निकट दिवाइन कॉलेज, धनकुना,बिथरा, पूरनपुर -पीलीभीत बाईपास, डीपीएस पब्लिक स्कूल, माधोटांडा रोड, बरेली रोड के अलावा सिर्फ शहर में ही दर्जनों कॉलोनियां अवैध रूप से विकसित की जा रही है।
प्रशासन की नाक के नीचे भूमाफ़िया “दोहरी कमाई” कर रहे हैं – खरीदार से मोटा पैसा वसूल रहे हैं और साथ ही सरकार से टैक्स/स्टाम्प की चोरी भी कर रहे हैं।
बड़ी बात ये है ज़िला प्रशासन को अवैध कॉलोनियों के निर्माण व उनके द्वारा की जा रही स्टाम्प चोरी की जानकारी भी मीडिया खबरों के माध्यम व अन्य सूत्रों द्वारा प्राप्त है किंतु कार्यवाई के नाम पर साल में एक आध बार ही क्षणिक कार्यवाई की जाती है। जोकि ईमानदारी पूर्ण प्रशासनिक करवाई पर संदेह स्पष्ट करती है।