उत्तर प्रदेश सरकार भू माफियाओं पर लाख शिकंजा कसने की बातें कहे लेकिन वास्तविक हकीकत कुछ और ही है-

पीलीभीत। उत्तर प्रदेश सरकार दबंग भू माफियाओं पर लाख शिकंजा कसने की बातें कहे लेकिन प्रदेश की जो वास्तविक हकीकत है वह कुछ और ही बयां कर रही है। बेखौफ दबंग भूमाफिया गरीबों की जमीन पर शिकंजा कसते जा रहे हैं और प्रशासन मीडिया में खबरों के प्रकाशन के बाबजूद आंखे मूंदे बैठा है। प्रतीत होता है भृष्ट सरकारी कर्मचारी सरकार के अच्छे कार्यों पर पानी फेरते हुए भाजपा सरकार को हराने के षड्यंत्र रच रहे हैं।
बिना 143 दर्ज कराए व बिना नक्शे के हो रही प्लाटिंग– बता दें पूर्व में कई बार पूरनपुर आसाम हाइवे स्थित समाजवादी पार्टी के नेता के भाई यासीन कादिरी की रामेश्वरम कॉलोनी व अलीगंज में अन्य अवैध प्लाटिंग की खबरों का प्रकाशन अखबारों में किया गया जिनको संज्ञान में लेते हुए प्रशासन द्वारा खाना पूर्ति करते हुए छुट पुट कार्यवाही की गई किंतु कोई पुख्ता कार्यवाई न होने के कारण भूमाफियाओं पर कोई प्रभाव नही पड़ा। बल्कि भूमाफिया बिना 143 दर्ज करवाये मानकों के विपरीत कॉलोनी में प्लाट बेचे जा रहे हैं।
भूमाफियाओं के हौसले इसलिये और भी बढ़ रहे हैं क्योंकि उन पर भृष्ट कर्मचारियों का आशीर्वाद लगातार बना हुआ है। बता दें कि विवादित भूमि में अभिलेखों के अनुसार एक हिस्सा गाटा संख्या 82 सरकारी तालाब में दर्ज है जिसको कॉलोनाइजरों द्वारा पाट दिया गया है जिसको पाटकर रास्ता तैयार किया जा रहा है जोकि पूर्णतया अवैध है।किंतु आज तक सम्वन्धित राजस्व अधिकारियों द्वारा उक्त कॉलोनाइजर पर कोई भी कार्यवाई नहीं की गई । बता दें , पूरनपुर आसाम हाइवे स्थित रामेश्वरम कॉलोनी शुरू से ही से ही विवादों में रही है। लेकिन भृष्ट सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से आज तक कॉलोनाइजर पर कोई उचित कार्यवाई नही हुई है।