सेमरखेड़ा गांव में बाघ की चहलकदमी से ग्रामीणों में दहशत
- गन्ने के खेत में बाघ ने जमाया डेरा।
- निरंकुश वन विभाग की लापरवाही पड़ सकती है भारी।
रिपोर्ट:विमलेश कुमार
पीलीभीत।मरौरी विकास खंड के गांव सेमरखेड़ा में गन्ने के खेत में बाघ देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है।ग्रामीणों द्वारा गांव में बाघ होने की सूचना वन विभाग को दी गयी किंतु सूचना पर गांव पहुँचे विभाग के कर्मचारी बाघ की घेराबंदी के बजाय गांव में आकर बैठ गए जिससे ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है।
इस समय गांव में गन्ने की गुड़ाई का सीजन चल रहा है ऐसे में जंगल से निकलकर वन्यजीवों का खेतों की ओर आवागमन ग्रामीणों के लिये खतरे से खाली नहीं है पता नहीं कब खेतों में काम करने वाला किसान बाघ के हमले का शिकार हो जाए। बाघ की चहलकदमी से ग्रामीणों में खौफ व्याप्त है। ग्रामीणों ने खेतों में काम करना भी छोड़ दिया है ।
वहीं आरोप है कि वन विभाग लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में लापरवाही कर रहा है, ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग के अधिकारी रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर लगातार टाल-मटोल कर रहे हैं जिससे ग्रामीणों को बाघ कभी भी अपना शिकार बना सकता है अब तक बाघ के हमले में तमाम लोग अपनी जान गंवा चुके हैं लेकिन जिम्मेदार ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर लगातार लापरवाही कर रहे हैं।