कलेक्ट्रेट परिसर में अवैध मस्जिद व मजार निर्माण पर उठे सवाल, हिन्दू महासभा ने की जांच की मांग
पीलीभीत। हिन्दू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा के नेतृत्व में बुधवार को प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सौंपते हुए कलेक्ट्रेट परिसर एवं उससे सटे क्षेत्र में किए गए अवैध धार्मिक निर्माणों की जांच की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा, जिलाध्यक्ष पं. पंकज शर्मा, जिला महामंत्री मयंक जायसवाल शामिल रहे।
ज्ञापन में बताया गया कि कलेक्ट्रेट परिसर पीलीभीत स्थित राजस्व ग्राम दियुनी केसरपुर (अंदर चुंगी) के गाटा संख्या 465 पर एक मस्जिद का निर्माण कर दिया गया है, जबकि यह भूमि राजस्व अभिलेखों में “नॉन-जेडी” के रूप में दर्ज है, जिसका अर्थ है कि इसका न तो कोई वैध निजी स्वामी है और न ही अधिकृत उपयोग की अनुमति प्राप्त है। ऐसे में इस भूमि पर धार्मिक स्वरूप का निर्माण नियमों के स्पष्ट उल्लंघन की श्रेणी में आता है।
इसी प्रकार, कलेक्ट्रेट से सटे अफसर कॉलोनी क्षेत्र में गाटा संख्या 435 पर एक अवैध मजार का निर्माण भी कराया गया है। इस मजार की कोई स्पष्ट कानूनी स्थिति, स्वामित्व अथवा प्रशासनिक स्वीकृति नहीं है, जिससे यह भी सरकारी भूमि पर अतिक्रमण की श्रेणी में आता है।
हिन्दू महासभा ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष राजस्व अभिलेखों के आधार पर जांच कराए जाने तथा यदि निर्माण अवैध पाए जाएं तो विधिक प्रक्रिया के तहत उन्हें हटवाए जाने की मांग की है। साथ ही भविष्य में इस प्रकार के अवैध निर्माणों पर रोक लगाने के लिए प्रशासनिक सतर्कता और निगरानी की मांग भी की गई।
ज्ञापन के माध्यम से संगठन ने प्रशासन से अपेक्षा जताई कि इस गंभीर एवं संवेदनशील विषय को प्राथमिकता देते हुए शीघ्र आवश्यक कार्रवाई की जाए। प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि यदि इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन कलेक्ट्रेट परिसर में ही धरना प्रदर्शन करने पर विवश होगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।इसके साथ ही जिलाध्यक्ष पंडित पंकज शर्मा ने बताया कि कल नेपाल सीमा पार कैसिनो में फंस रहे युवाओं के मुद्दे पर तथा सावन माह में तीर्थ यात्रियों को आने वाली समस्याओं को लेकर दिए गए ज्ञापनों पर प्रशासन द्वारा शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।