जन्म प्रमाण पत्र देने के नाम पर लेखाकार पर पांच सौ रुपये रिश्वत मांगने का आरोप
पीलीभीत। योगी सरकार चाहे कितना भी सरकारी कर्मियो को दिन रात ईमानदारी का पाठ पढ़ाए लेकिन बाबजूद इसके भ्रष्टाचार का दीमक कम नही हो रहा है।बरखेड़ा नगर पंचायत के वार्ड नंबर चार निवासी रोशनलाल पुत्र रेवती प्रसाद ने अधिशासी अधिकारी को लिखे प्रार्थना पत्र मे बताया है की चार महीने हो गये है कागज दिए हुए और अभी तक प्रमाण पत्र नही बने।
पीड़ित ने बताया कि जब वह अपने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र लेने गया तो वहां बैठे बाबू (लेखाकार)नफीस अहमद ने पांच सौ रुपए मांगे और रुपए नही देने पर जन्म प्रमाण पत्र देने से मना कर दिया । आरोप है कि नगर पंचायत कार्यालय के लेखाकार नफीस अहमद ने गाली-गलौज करते हुए पीड़ित को वहा से भगा दिया । पीड़ित ने आरोप लगाते हुए बताया है की लेखाकार पिछले 20 वर्षे से अधिक समय से एक ही नगर पंचायत मे जमा बैठा है और भ्रष्टाचार कर रहा है।वही उसने आय से अधिक करोड़ो रुपए की सम्पत्ति बना रखी है। वहीं पीड़ित ने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र दिलवाए जाने की गुहार लगाई है।
इस सबंध मे जानकारी प्राप्त करने हेतु जब ईओ लालचन्द भारती को फोन किया गया तो उनका नही फोन नही उठा।
वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा बताया गया की रोशन लाल का हॉउस टेक्स जमा न होने के कारण जन्म प्रमाण पत्र रोका गया है यदि बाबू द्वारा रिश्वत मांगी गयी है तो उसकी जांच कराकर कार्यवाही की जायेगी।