ईद ए मिलाद उन नबी का त्यौहार बड़ी शान ए शौकत के साथ मनाया गया
बरखेड़ा।कस्बे मे सोमवार को ईद ए मिलाद उन नवी का त्यौहार बड़ी शानो शौकत के साथ मनाया गया वही मुस्लिम समुदाय के लोग रवी उल अव्वल की बारहबी शरीफ का त्यौहार पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की पैदाइश के अवसर पर यह त्यौहार मनाते है।वही पैगंबर मोहम्मद साहब की पैदाइश सन 571 ईस्वी मे रेगिस्तान के मक्का शहर मे हुई थी। आपको बताते चले मक्का मे पैदा हुए पैगंबर मोहम्मद साहब का पूरा नाम मोहम्मद इब्न अब्दुल्लाह इब्न अब्दुल मत्तालिब था। उनके बालिद का नाम अब्दुल्लाह और बालिदा का अमिना बीबी था। कहा जाता है। पैगंबर मोहम्मद साहब ने 610 ईस्वी मे मक्का के हीरा नाम गुफा मे तालीम हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने इस्लाम धर्म की पवित्र कुरान की तिलावत की थी। कहते है। की पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का मानना था। की दुनिया का सबसे नेक इंसान वही है। जिसमे इन्सानियत होती है।वही इस्लाम धर्म का सबसे खास दिन रवी उल अव्वल की बारहवी शरीफ दिन मना जाता है। वही लोग घरो और मस्जिदो को सजाते है।और लोग अपने अपने घरो मे तरह तरह के पकवान पकाते है।और नियाज नजर करते है।और कुराने पाक की तिलावत और इबादत करते है।वही कस्बे मे हर साल की तरह इस साल भी परंपरागत तरीके से जुलूसे मोहम्मदी निकाला गया वही पत्ती पत्ती या फूल या रसूल या रसूल, मेरे नवी की है। यह शान बच्चा बच्चा है। कुर्बान के नारो से कस्बा गूज उठा वही पैगंबर मोहम्मद साहब के दिवानो ने जुलूस ए मोहम्मदी मे चार चांद लगा दिये वही पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद दिखाई दिया इस मौक पर जमा मस्जिद के इमाम हिसामुद्दीन कारी,नूरी मस्जिद के इमाम नासिर हुसैन, ताजुश्शरिया मस्जिद के इमाम रियाज अहमद हशमती,कादरी मस्जिद के इमाम मामून रजा हशमती, मोहम्मद असलम क़ुरैशी,अकील अंसारी, वशीर अहमद,सेठ मोहम्मद अनस, सद्दाम अंसारी, रेहान अंसारी, अफरोज अंसारी,साकिर क़ुरैशी, इलियास कुरैशी,जीशान कुरैशी, कमर ख़ान, इमरान कुरैशी, फारूक कुरैशी,इमरान अंसारी,लाईक मंसूरी,हाजी तुफेल अहमद सिद्दीकी, इन्तजार अहमद सिद्दीकी,अनवार अहमद सिद्दीकी, नफीस अहमद, डाक्टर हसीब, असद कक़ुरैशी, अलीम अंसारी, असलम अंसारी, तौफीक अंसारी,कमरुल अंसारी, शोएब अंसारी,रफ़ीक अहमद,डाक्टर खालिद, हाजी सफीक अंसारी सहित कई हजारो की संख्या मे लोग मौजूद रहे।