ट्रांसपोर्टरों में दिखी नाराजगी, पब्लिक को राहत
- बड़े वाहनों के लिए प्रशासन की नो एंट्री।
- आये दिन जाम से होती थी लोगों को खासी परेशानी।
- बड़े वाहनों से कई बार हो चुके हैं हादसे।
अभिषेक पांडे@express views
पीलीभीत। दिन में बड़े वाहनों के लिए नो एंट्री को लेकर प्रशासन द्वारा समय निर्धारित करने से ट्रांसपोर्ट व्यापारियों में रोष है। तो वहीं आम पब्लिक में खासी राहत देखने जो मिल रही है। आए दिन होने वाले जाम और हादसों से आम लोगों को रूबरू होना पड़ता था।
नगर की घनी आबादी में ट्रांसपोर्ट होने के कारण पूर्व में भी कई हादसे हो चुके हैं वही आये दिन घण्टों जाम से पब्लिक को रूबरू होना पड़ता है। स्थानीय लोगों द्वारा कई बार शिकायतें करने के बाबजूद स्थिति जस की तस बनी हुई थी किंतु जिला प्रशासन के द्वारा बीते दिनों लिए गए निर्णय से स्थानीय लोगों को काफी राहत मिली है।
वहीं व्यापारियों का कहना है कि अगर ट्रांसपोर्ट का वाहन शहर में नहीं आएगा तो जीएसटी के अंतर्गत माल के ई-बिल का समय निकलने से माल अवैध हो जाएगा। उनका कहना है कि समस्या का निस्तारण नहीं हुआ तो हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे।
दी परचून ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन फुटकर एवं थोक से जुड़े ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि अपराह्नन तीन से पांच बजे तक वाहनों को गोदाम में आने की अनुमति दी जाए। अन्यथा आगे की रणनीति बनाने को विवश होना पड़ेगा।
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दी परचून ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन जिसके तत्वाधान में ट्रांसपोर्टर धरना दे रहे हैं, उसका पंजीकरण ही नही है । वहीं कई ट्रांसपोर्ट कम्पनी भी पंजिकृत नही हैं, वे अन्य ट्रांसपोर्ट कम्पनियों के नाम से टाइअप कर व्यापार कर रहीं हैं।