Latest Posts
home उत्तर प्रदेश बदायूं बरेली राज्य 

मनोना के विद्यालय में छात्राओं का प्रदर्शन, प्रधानाचार्य पर अभद्र भाषा और सुविधाओं में कमी के आरोप।

बरेली(आंवला) ।आंवला क्षेत्र के ग्राम मनोना स्थित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका विद्यालय में मंगलवार को दोपहर एक बजे छात्राओं ने प्रधानाचार्य के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्राओं ने प्रशासनिक भवन में एकत्रित होकर विभिन्न अनियमितताओं का विरोध जताया।

सूचना मिलने पर आंवला कोतवाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। नायब तहसीलदार और समाज कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर भी अपनी टीम के साथ जांच करने आए और छात्राओं की समस्याएं सुनीं।

विद्यालय में वर्तमान में लगभग 450 बालिकाएं कक्षा 6 से 12 तक अध्ययनरत हैं। छात्राओं ने प्रधानाचार्य पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कोई भी समस्या बताने पर प्रधानाचार्य उल्टे जवाब देती हैं।

छात्राओं ने बताया कि नियम के अनुसार उन्हें प्रतिदिन उपयोग में आने वाली वस्तुएं केवल 6 महीने में एक बार ही दी जाती हैं। हेयर ऑयल, नहाने का साबुन, पेस्ट जैसे सामान केवल 10 रुपये वाले पैकेट 6 महीने में एक बार मिलते हैं।

बालिकाओं ने भोजन में कीड़े पाए जाने की भी शिकायत की है। उनका आरोप है कि जब इसकी शिकायत की जाती है तो प्रधानाचार्य उल्टा जवाब देती हैं। छात्राओं का यह भी कहना है कि स्टाफ के लिए अलग से खाना बनाया जाता है और वे छात्राओं का खाना नहीं खाते।

प्रदर्शन के दौरान समाज कल्याण अधिकारी द्वारा बच्चों पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने का प्रयास किया गया। मौके पर मौजूद भाजपा कार्यकर्ता प्रमोद अनुरागी के आपत्ति जताने पर मामला शांत हुआ। समाज सेवी डॉक्टर संजय सक्सेना ने आरोप लगाया कि प्रधानाचार्य की भाषा शैली सही नहीं है और वह बच्चों के प्रति अपशब्दों का प्रयोग करती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बालिका विद्यालय में पुरुषों को आउटसोर्सिंग पर नियुक्त किया गया है।वह स्टाफ के चले जाने के बाद भी विद्यालय में रहते हैं जबकि नियम के अनुसार पुरुषों का बालिका विद्यालय में कोई कार्य नहीं है और न ही उन्हें लगाया जा सकता है।परंतु प्रधानाचार्या ने अपने रिश्तेदार को ही लगा रखा है वह अपने आप को प्रधानाचार्य की तरह ही समझता है। कक्षा 9की एक छात्रा ने बताया कि वह कक्षा 6से 9 तक लगातार पढ़ रही हैपरंतु एक बार भी उसे ड्रेस जूते नहीं मिले हैं।

बच्चों को डराया धमकाया जाता है। वहीं विद्यालय के अन्य स्टाफ ने भी प्रधानाचार्या का व्यवहार ठीक न होने की बात कही है।

यहां बता दें कुछ समय पहले विद्यालय के पेड़ों को भी काटा गया और लकड़ी का पैसा सरकारी खाते में जमा नहीं किया गया इसमें भी घोटाले की बात सामने आई है। पूछने पर संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। समाज सेवी डॉक्टर संजय सक्सेना ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व विद्यालय की दो बच्चियां गायब हो गई थी। जिसे छुपाने का भी पूरा प्रयास किया गया। हालांकि खोजबीन के बाद दोनों को खोज लिया गया था। यहां पर भी सुरक्षा का सवाल उठता है। छात्राओं ने भारी अनिमितताओं और अभद्र भाषा का प्रयोग करने समेत अनेकों गंभीर आरोप लगाए हैं।

समाज कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर ने बताया बच्चों की शिकायतों को नोट कर लिया गया है और रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है। उचित कार्रवाई भी की जाएगी।

नायब तहसीलदार रजनीश सक्सेना ने विद्यालय को नियमानुसार चलाने और छात्राओं के हित में कार्य करते हुए अच्छी भाषा का प्रयोग करने के लिए निर्देशित किया है।

 

कोतवाल आंवला कुंवर बहादुर सिंह ने बालिकाओं के लिए महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत जागरूक करने के लिए कार्यक्रम करने की व्यवस्था करने को कहा है।

Related posts

Leave a Comment

error: Content is protected !!