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बवाल पत्थर बाजी औऱ फायरिंग मामले के मुख्य साजिश कर्ता मौलाना तौकीर रजा सहित 8 लोगो को पुलिस ने भेजा जेल

 

बरेली। शहर की गंगा-जमुनी तहजीब को बार-बार सांप्रदायिक हिंसा की आग में झोंकने की कोशिश करने वाले आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गए। शुक्रवार को हुए बरेली बवाल के मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर मौलाना को गिरफ्तार कर शनिवार सुबह कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। मौलाना के साथ आठ अन्य उपद्रवियों को भी गिरफ्तार किया गया है।

डीएम अविनाश सिंह और एसएसपी अनुराग आर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि मौलाना तौकीर के भड़काऊ भाषण और उकसावे पर ही शुक्रवार को बरेली में हिंसा भड़की। खलील तिराहे से इस्लामियां ग्राउंड तक पथराव, तोड़फोड़, नारेबाजी और दहशत का माहौल बन गया था। लेकिन डीआईजी अजय साहनी और एसएसपी अनुराग आर्य के नेतृत्व में पुलिस और पैरामिलिट्री बल ने हालात को काबू में कर लिया और शहर को दंगे की आग में झुलसने से बचा लिया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, तौकीर रजा को शुक्रवार शाम ही दबोच लिया गया था। वह पुलिस को चकमा देने के लिए अपने करीबी नेता फरत के घर फाइक इंक्लेव में छिपे हुए थे। समर्थकों के बीच यह संदेश फैला दिया गया था कि मौलाना दिल्ली निकल गए हैं। लेकिन पुलिस ने वहीं उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया और देर रात एसपी ट्रैफिक अकमल खान की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर सुरक्षित स्थान पर ले जाकर रख दिया। शनिवार सुबह सख्त सुरक्षा घेरे में उन्हें कोर्ट में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया।

बताया जा रहा है कि शुक्रवार रात मौलाना ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि “मुझे गिरफ्तार कर जेल भेज दो, रसूल के नाम पर सब मंजूर है।” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी साफ कर दिया था कि उपद्रवियों पर किसी तरह की नरमी नहीं बरती जाएगी। इसके बाद पुलिस ने उनकी “ख्वाहिश” पूरी कर दी और अब उन्हें जेल की हवा खानी पड़ रही है।

दंगों से दागदार इतिहास रहा मौलाना का

यह पहली बार नहीं है जब तौकीर रजा पर बरेली में माहौल बिगाड़ने का आरोप लगा हो। 2010 के दंगों से लेकर एनआरसी, धारा 370 और अन्य मुद्दों पर भी वह बार-बार लोगों को भड़काते रहे हैं। कोर्ट ने भी कई बार उनके भड़काऊ बयानों पर सख्त रुख अपनाया है। इस बार भी पुलिस ने साफ कहा है कि तौकीर और उनके साथियों पर एनएसए और गैंगस्टर एक्ट तक लगाया जाएगा।

फिलहाल बरेली पुलिस ने 36 से ज्यादा उपद्रवियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि शहर के अमन-चैन को नुकसान पहुंचाने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

 

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