बरेली बवाल के मुख्य आरोपी आइएमसी पार्टी प्रवक्ता डॉ. नफीस और उसका बेटा गिरफ्तार, भेजा जेल
- अब तक 81 आरोपियों भेजा जय चुका है जेल
रिपोर्ट:नन्दकिशोर शर्मा
बरेली। बवाल के मामले में आरोपी डॉ. नफीस खां और उसके बेटे फरमान समेत आठ और आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि बुधवार को कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें दो आरोपी मुठभेड़ में पकड़े गए हैं। यह दोनों शाहजहांपुर जनपद के रहने वाले हैं। बवाल के बाद से अब तक कुल 81 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। फुटेज और वीडियो के आधार पर आरोपियों को चिह्नित किया जा रहा है। पुलिस का फोकस उन लोगों पर है, जिन्होंने भीड़ को जुटाने और उकसाने की कोशिश की थी।
एसएसपी के मुताबिक जांच में यह बात भी सामने आई है कि 26 सितंबर के दिन शुक्रवार को नमाज का वक्त बदला गया था। मौलाना तौकीर का वीडियो जारी होने के बाद यह मैसेज फैलाया गया था कि जुमे की नमाज एक बजे होगी। आमतौर पर यहां साढ़े 12 बजे से पौने चार बजे के नमाज होती है। इससे यह स्पष्ट है कि साजिश के तहत नमाज का वक्त बदला गया ताकि ज्यादा से ज्यादा भीड़ इस्लामिया मैदान की तरफ पहुंचे। अब तक जो जेल भेजे गए हैं, उनमें तीन आरोपी दूसरे प्रदेशों के हैं। इनके बारे में भी पुलिस जानकारी जुटा रही है। एसएसपी ने बताया कि जिले में धारा 163 लागू है, जिसका पूरी तरह पालन कराया जाएगा।
आई लव मोहम्मद के समर्थन में इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां के बुलावे पर भीड़ जुटी थी। मौलाना के नदारद रहने से भीड़ अराजक हो गई। पुलिस का दावा है कि लोगों ने दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ की थी। बेकाबू भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। आंसू गैस के गोले दागे गए थे। पुलिस के मुताबिक बवाल में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
बवाल के बाद पुलिस ने शहर के अलग-अलग थानों में 10 मुकदमे दर्ज किए हैं। इनमें 125 लोग नामजद और करीब तीन हजार अज्ञात आरोपी हैं। सात मुकदमों में मौलाना तौकीर रजा का नाम है। बवाल की जांच के लिए डीआईजी रेंज अजय कुमार साहनी के निर्देश पर एसएसपी अनुराग आर्य ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। एसआईटी में एसपी सिटी मानुष पारीक के नेतृत्व में तीन सीओ और 14 इंस्पेक्टर शामिल हैं।