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उत्तर प्रदेश पीलीभीत राज्य 

UPSRTC की बसों में सामान का भी किराया बसूल रहे कंडक्टर

मोहित कुमार जौहरी @EXPRESS VIEWS

पीलीभीत।अगर आप उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में सफर करने की सोंच रहे हैं तो हो जाइये सावधान क्योंकि बस कंडक्टर आपको झांसे में लेकर आपके साथ लाये सामान के भी पैसे ठग सकता है। अगर आप कोई नियम जानते भी हैं तो बस ड्राइवर और कंडक्टर आपके साथ बदसलूकी भी कर सकते हैं ।
आपको बता दें ,उत्तर प्रदेश सरकार ने यात्रा को सुगम और सफल बनाने के उद्देश्य से निजी बस मालिकों से परिवहन निगम के माध्यम से करार किया है। इस करार के अंतर्गत बस मालिकों द्वारा एसी बसों का संचालन होता है। यह बसें पीलीभीत गौहनिया चौराहा स्थित सलिल गुप्ता के पेट्रोल पम्प से रोडवेज़ होकर दिल्ली , कौशाम्बी , देहरादून , राजस्थान आदि कई राज्यों में आती-जाती हैं। इन बसों में सफर करना आसान नही है , अगर इन बसों में सफर कर रहे हैं तो ज़रा सावधान और सतर्क रहने की आवश्यकता है , क्योंकि इन बसों पर परिवहन विभाग के संविदाकर्मी तैनात हैं। जो आपके पास थोड़ा सा भी सामान है जो लगेज की श्रेणी में नही आता तो भी उसके नाम पर बिना टिकट या रसीद दिए आपसे रुपये ऐंठ लेते हैं , और यदि आपने नही दिए या कोई नियम या कानून जताया तो जहाँ हो वहीँ उतारकर भाग जाते हैं ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के पीलीभीत शहर मोहल्ला पकड़िया निवासी विनय सक्सेना की पुत्री का संज्ञान में आया है विनय सक्सेना ने एक्सप्रेस व्यूज को सूचना देकर बताया की उनकी पुत्री जो की एक छात्र है उसने शताब्दी बस का ऑनलाइन टिकट बुक कराया। 4 मई की रात को वह कौशाम्बी बस स्टैंड से बस में चढ़ ही रही थी कि तभी परिचालक ने उसके हाँथ में एक ब्रीफकेस व एक छोटा सा कार्टून देखा। युवती बस में बैठी और बस चलने लगी थी , कि परिचालक ने युवती से सामान के 200 रुपये देने को कहा वरना टिकट खिड़की पर जाकर सामान की बुकिंग कराने को कहा ,युवती ने नियमानुसार विरोध किया तो परिचालक ने उसे बस से उतारकर छोड़ जाने की धमकी दी। रात के माहौल में युवती डर गई। उसने परिचालक को उस सामान के 200 रुपये दे दिए जिस सामान का लगेज के रूप में कोई भी भाड़ा नही लगाया जा सकता। आपको बता दें की नियमानुसार कोई भी यात्री २०किलोग्राम तक के सामान के साथ यात्रा कर सकता है जिसका कोई भी शुल्क या किराया यात्री को नहीं देना होता है और यदि २० किलोग्राम से ऊपर का सामान है तो यात्री को .९४ पैसे प्रति किलोमीटर के हिसाब से शुल्क ऐडा करना होता है जब की छात्रा के पास २० किलोग्राम से कम ही सामान उपलब्ध था ।
अपने साथ इतना ही नही इन्ही शताब्दी बस में देहरादून से चलकर पीलीभीत आने बाली बस में एक युवती से कुछ दिनों पहले परिचालक , चालक द्वारा छेड़छाड़ का मामला भी प्रकाश में आया था , चालक और परिचालक के खिलाफ उत्तराखंड के एक थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया था। लगेज के नाम पर अबैध रूप से बसूली मामले में पीड़ित युवती के पिता विनय सक्सेना ने जब रोडवेज पहुंचे और बस नंबर सहित चालक – परिचालक का नाम जानने का प्रयास किया गया तो सभी एक- दूसरे की बगलें झाँकने लगे और किसी ने कुछ नही बताया। वहीँ जब एक्सप्रेस व्यूज ने बस मालिक सलिल गुप्ता से भी उनके नंबर पर सम्पर्क साधने की कोशिश की तो उनका फोन ही नहीं उठा।पीड़ित युवती के पिता ने ऑनलाइन बुक कराये गए टिकट का सहारा लेकर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के सम्बंधित आरएम के खिलाफ शिकायत की है।

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