स्कूलों द्वारा अभिभावकों के शोषण के ख़िलाफ़ आगे आयी गुंजन पेरेंट्स स्टूडेंट सोशल वेलफेयर सोसाइटी
@Express views desk

पीलीभीत। अभिभावकों की जटिल समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए विद्यार्थियों और अभिभावकों के हित में निर्णय लेकर गुंजन पेरेंट्स स्टूडेंट सोशल वेलफेयर सोसाइटी ने एचआरडी मिनिस्ट्री सहित यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर स्कूल संचालकों द्वारा फीस जमा करने के लिए अभिभावकों पर बनाए जा रहे अनुचित दबाव पर प्रतिबंध लगाने और तीन माह का शुल्क पूर्ण रूप से माफ कर अभिभावकों को राहत देने की मांग की है ।


बताते चलें कि भारत सरकार ने कोविड 19 को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर संपूर्ण देश को लॉक डाउन कर दिया है। लॉकडाउन के कारण देश – प्रदेश और छोटे-छोटे देहात क्षेत्रों में लगे कुटीर और लघु उद्योग चौपट हो गए हैं। साथ ही दैनिक वेतन भोगी और दिहाड़ी मजदूर भी भुखमरी की कगार पर आ गए हैं । ऐसी स्थिति में स्कूल संचालक अभिभावकों से फीस जमा करने के लिए विभिन्न हथकंडे अपनाकर दबाव बना रहे हैं , जबकि स्कूल कोरोनाकाल में पूर्णतया बंद है। बच्चे स्कूल भी नहीं जा रहे हैं। ऐसे काल मे भी शिक्षा व्यापारियों की मानसिकता में जरा भी परिवर्तन नहीं आया और वह लगातार नैतिक जिम्मेदारियों को भूलकर अमानवीय रूप धारण कर अभिभावकों से फीस वसूलना चाह रहे हैं। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश के बाद भी अभिभावकों पर फीस जमा करने के दबाव बनाने का सिलसिला नहीं थमा तो विद्यार्थियों और अभिभावकों की सेवा में समर्पित गुंजन पेरेंट्स स्टूडेंट सोशल वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष महेश शर्मा ने यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र भेजकर प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले समस्त छात्रों की 3 से 6 माह की फीस माफ कराने की मांग की है। अभिभावकों के हित में जनपद का यह पहला कदम है जिसको गुंजन पेरेंट्स स्टूडेंट सोशल वेलफेयर सोसाइटी द्वारा उठाया गया है। फिलहाल कुछ भी हो शासन और प्रशासन को वर्तमान परिदृश्य को दृष्टिगत रखते हुए जमीनी हकीकत को समझना चाहिए और प्रत्येक वर्ग की मदद के लिए उचित निर्णय लेना चाहिए।