तालाब को पाटकर रामेश्वरम कॉलोनी विकसित करने की मंशा पर फिरा पानी
विनय सक्सेना/मोहित कुमार@express views
पीलीभीत। जिलाधिकारी ने रामेश्वरम कॉलोनी विकसित करने की मंशा पर पानी फेर दिया। एसडीएम और तहसीलदार ने राजस्व अभिलेखों के मुताबिक ग्राम समाज के तालाब पर कब्जा करके कॉलोनी विकसित करने के लिए कराए जा रहे निर्माण को ध्वस्त करा दिया है। यह पूरी कार्यवाही स्थानीय मीडिया द्वारा प्रकाशित की गई खबरों का संज्ञान लेकर की गई है। जिला प्रशासन की इस कार्यवाही से कौड़ियों की जमीन से करोड़ों कमाने का सपना संजोने बाले अबैध कॉलोनाइजर्स के अरमानों पर पानी फिर चुका है। इतना ही नही स्टाम्प चोरी करने के उद्देश्य से नियम विरुद्ध तरीके से कृषि भूमि क्रय-विक्रय में लगभग 30 लाख की हेराफेरी भी चर्चा का विषय बनी हुई है।

विनियमित क्षेत्र कार्यालय के अवर अभियंता बी.के सिंह ने बताया कि मीडिया के माध्यम से अबैध रामेश्वरम कॉलोनी विकसित करने का मामला संज्ञान में आने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर मजिस्ट्रेट , एसडीएम सहित राजस्व विभाग की टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया।गाँव पिपरा भगु महायोजना की सीमा से बाहर है , लेकिन भूमिधरों ने ग्राम मीरापुर क्षेत्र के सरकारी तालाब पर कब्जाकर कॉलोनी विकसित करने का प्रयास किया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजस्व टीम ने अनाधिकृत रूप से किये गए निर्माण को ध्वस्त करा दिया है।विनियमित क्षेत्र से बाहर होने के कारण उपजिलाधिकारी और जिला पंचायत की जिम्मेदारी तय हो गई है।