मध्य प्रदेश के राज्यपाल और लखनऊ से पूर्व सांसद लालजी टण्डन का 85 वर्ष की उम्र में निधन
लखनऊ: मध्य प्रदेश के राज्यपाल और लखनऊ से पूर्व सांसद लालजी टण्डन का आज सुबह 5 :35 मिनट पर निधन हो गया है. लखनऊ के मेदांता में उनका इलाज चल रहा था. वह 85 साल के थे. उनके बेटे और कैबिनेट मंत्री आशुतोष टण्डन ने लालजी टंडन के ट्वीटर के जरिए इसकी जानकारी थी. आशुतोष टंडन ने ट्वीटर पर लिखा बाबू जी नहीं रहे.

लालजी टंडन बीजेपी (BJP) के कद्दावर नेताओं में से शुमार रहे हैं. वह पहले बिहार के राज्यपाल की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के करीबियों में लालजी टंडन का भी नाम आता है. अटल जी के सक्रिय राजनीति से दूरी बनाने के बाद लखनऊ सीट से लाल जी टंडन चुनाव लड़े थे.12 अप्रैल 1935 को लालजी टंडन का जन्म उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था. लालजी टंडन शुरुआत से ही संघ से जुड़े रहे हैं.उन्होंने स्नातक तक पढ़ाई की है. इसके बाद साल 1958 में लालजी की शादी कृष्णा टंडन से हुई.संघ से जुड़ने के दौरान ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से इनकी मुलाकात हुई थी. लालजी शुरूआत से ही अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी रहे हैं.लालजी टंडन का राजनीतिक सफर साल 1960 में शुरू हुआ. टंडन दो बार पार्षद चुने गए और दो बार विधानपरिषद के सदस्य भी रहें.लालजी टंडन ने इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ बीजेपी आंदोलन में बढ़-चढ़कर भागीदारी की थी.लालजी को उत्तर प्रदेश की राजनीति में कई अहम प्रयोगों के लिए भी जाना जाता है. साल 1990 में भाजपा-बसपा की गठबंधन वाली सरकार बनाने में लालजी का अहम योगदान रहा था.