साहब !विकास कहाँ है ये तो बताइए?
विनय सक्सेना@express views

पीलीभीत।साहब विकास किडनैप हो गया। जी हां साहब पीलीभीत शहर से दिन दहाड़े विकास किडनैप हो गया है। कुछ इनाम रखा जाए।शायद विकास की ढुढाई होने लगे।यह जानते हुए कि पीलीभीत शहर में तो विकास मिलेगा नहीं।
उस का जुड़वां भाई गंदी का ढेर तो शर्तिया मिल ही जाएगा ।
लगभग एक महीने से भी ज्यादा हो चुका है।जे पी रोड मोहल्ला पकड़िया चुंगी माल गोदाम के आगे पुराने पोस्ट आफिस( जो अब खाली प्लाट है ) के सामने इंडिया मार्का हैंडपंप ( पानी पीने का नल) खराब पड़ा है। बाहर से आने बाले लोग,व बाजार के दुकानदार इस नल का पानी पीकर अपनी प्यास बुझाते हैं।
E O नगरपालिका परिषद पीलीभीत, को कम्पलेंट कर फ़ोन द्वारा अवगत कराएं एक माह हो चुका है।(मगर विकास नहीं मिला) आज तक ठीक नहीं कराया गया। जबकि पीलीभीत के निष्क्रिय विधायक, व सांसद व उनके चहेते शहर में गुम हुए विकास को ढूंढ़ रहे है।मगर उन्हें यहां विकास दिखता ही नहीं है।
प्रशासन का हर अधिकारी दिन में अनेकों बार इधर से निकलते हैं।मगर उन्हें भी यह दिखता नहीं।
मीडिया में भी खबर चली।E O पीलीभीत के मोबाइल पर मैसेज भी भेजा गया।मगर उन्हें फुर्सत ही नहीं है विकास के लिए।जो यह हैंडपंप सही कराएं।
अतः आप द्वारा ही कुछ प्रयास काम आ जाए। (शायद विकास मिल जाए।)जो पानी पीने के लिए बूंद, बूंद को तरस रहे हैं।उनकी प्यास बुझ सके।
पीलीभीत शहर चेयरमैन व उनके प्रतिनिधि गुम हुए विकास को निहारते हुए निकल जाते हैं।
देखते है कब तक विकास मिलता है।या चुनाव के वक्त शाय़द मिल जाए। इंतज़ार में यहां बाज़ार के व्यापारी ।