पत्रकारिता की चुनौतियां एवं समाधान” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन
- लोकतंत्र के सभी स्तंभ करें नैतिक दायित्वों का निर्वहन : राज्यमंत्री
- श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के कार्यक्रम में जुटे जिले भर के पत्रकार
- गन्ना विकास एवं चीनी मिल राज्य मंत्री संजय गंगवार बोले- देश की आजादी में मीडिया का बड़ा योगदान
- पत्रकारिता शिखर पर पहुंचने का मार्ग : डॉ. राजेश त्रिवेदी
- सोशल मीडिया ने बिगाड़ा पत्रकारिता का मूल स्वरूप : रमेश शंकर पांडे

पीलीभीत। उत्तर प्रदेश सरकार के गन्ना विकास एवं चीनी मिल राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार ने लोकतंत्र के चारों स्तंभों से देश हित में सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने का आवाहन किया। कहा कि देश की आजादी में मीडिया का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि पत्रकार जब भी अपनी लेखनी चलाएं तो जनहित की बात होनी चाहिए। कहा कि भले ही पत्रकार अलग-अलग संगठनों में रहे लेकिन बात सदैव पत्रकार हित की ही होनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के तत्वावधान में शहर के प्रमुख होटल में “पत्रकारिता की चुनौतियां एवं समाधान” विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यमंत्री श्री गंगवार ने कहा कि आज पत्रकारिता के कार्य में जोखिम और चुनौतियां कम नहीं हैं। लोकतंत्र के चारों स्तम्भों में पत्रकारिता सबसे मजबूत स्तंभ है। जब तक
चारों स्तम्भ अपना दायित्व पूरी ईमानदारी से नहीं निभाएंगे, तब तक देश का चौमुखी सर्वांगीण विकास संभव ही नहीं है। इसलिए सभी स्तंभ अपने नैतिक दायित्वों का निर्वहन करें।
उन्होंने पीत पत्रकारिता का जिक्र करते हुए कहा कि हरेक में गुण और दोष दोनों होते हैं लेकिन समस्या तब खड़ी होती है, जब पत्रकार न्यूज़ की जगह व्यूज देते हैं। सकारात्मक सोच के साथ जनहित में लेखनी चलानी चाहिए। आज भी मीडिया की खबर पर लोग विश्वास करते हैं। राज्यमंत्री ने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा कि बिना डरे देश के लाखों पत्रकारों ने ना सिर्फ पत्रकारिता धर्म का निर्वहन किया बल्कि कोरोना पीड़ितों की मदद करने का सराहनीय कार्य किया। राज्यमंत्री ने समारोह में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की उपलब्धियों का सिलसिलेवार जिक्र करते हुए कहा कि देश और प्रदेश बदल रहा है।
कार्यक्रम में श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजेश त्रिवेदी ने पत्रकारों का आह्वान किया कि पीत पत्रकारिता छोड़कर निष्पक्ष पत्रकारिता करें। आज अखबारों की भाषा शैली बिगड़ी हुई है। कुछ पत्रकारों के पीत पत्रकारिता करने के कारण ही वास्तविक पत्रकार बदनाम हो रहे हैं, यह स्थिति चिंतनीय है। पत्रकारिता शिखर पर पहुंचने का मार्ग है। जो लोग पत्रकारिता से निकलकर राजनीति में गए, उन्होंने कीर्तिमान स्थापित किए है। उन्होंने कहा कि हम पत्रकारों के आपस में विचार भले ही अलग-अलग हों लेकिन दिल अलग ना हो। हम एक दूसरे के दुश्मन कदापि नहीं हो सकते। आज पत्रकारिता व्यवसाय हो गई है। पत्रकारिता आय का स्रोत नहीं हो सकती है वास्तव में पत्रकारिता समाज सेवा। प्रदेश अध्यक्ष ने राज्य मंत्री के समक्ष समाचार पत्रों को विज्ञापन देने की दोषपूर्ण नीति, पत्रकारों की मेडिकल कार्ड की सुविधा बंद में वर्गीकरण किए जाने, वेज बोर्ड लागू ना होने, पीलीभीत के पत्रकार सूर्य प्रकाश अवस्थी हत्याकांड का आज तक खुलासा ना होने का मामला रखा।
कार्यक्रम में यूनियन के प्रदेश महामंत्री रमेश शंकर पांडे ने कहा कि आज भी पत्रकारिता की दिशा खराब नहीं है बल्कि दशा बिगड़ चुकी है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पत्रकार दुरुपयोग करने लगे हैं। आज की पत्रकारिता पथभ्रष्ट हो चुकी है। ईमानदार पत्रकारों को अपना दायित्व निर्वहन करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि आज हर आदमी सोशल मीडिया पर फोटो खबरें अपलोड कर पत्रकार बन चुका है। सोशल मीडिया ने पत्रकारिता के मूल स्वरूप को बिगाड़ कर रख दिया है। श्री पांडे ने पत्रकारों का आव्हान किया कि श्रमजीवी पत्रकार यूनियन से जुड़कर एकजुट हो ताकि पत्रकारों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
विशिष्ट अतिथि नगर मजिस्ट्रेट डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि मीडिया अधिकारियों की मार्गदर्शक होती है। शासन की नीतियों को पहुंचाने का काम मीडिया से बेहतर कोई नहीं कर सकता। देश को स्वतंत्रता दिलाने में मीडिया की अहम भूमिका रही। बड़े-बड़े स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अपनी कलम की ताकत से देश को आजादी दिलाने में जो सहयोग दिया है, वह अतुलनीय है। पुनर्जागरण हो या कोई और दौर हो लेकिन मीडिया ने देश के प्रति निष्ठा भाव से अपनी भूमिका का निर्वहन किया है। कोरोना काल में भी जो मीडिया ने घर बैठे जनता हो रहे देश के रूबरू कराया उसका तहे दिल से धन्यवाद है।
गोष्ठी में विशिष्ट अतिथि सीओ सदर सतीश कुमार शुक्ल ने कहा कि पत्रकार की समाज में मार्गदर्शक की भूमिका है। पत्रकारों ने समय-समय पर देश में हो रही व्यवस्थाओं और अव्यवस्थाओं को जन जन तक पहुंचाने का कार्य किया है। जनता के जो लोग अपने मार्ग से भटककर अपराध के रास्ते एवं अन्य रास्तों पर चले जाते हैं तो उनको सही रास्ता दिखाने का कार्य लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पत्रकार ही करता है।
कार्यक्रम में जनपद के सबसे वरिष्ठ पत्रकार एवं लोकतंत्र सेनानी विश्वमित्र टंडन, वरिष्ठ पत्रकार नीरज मिश्र, निर्मल कांत शुक्ल को राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार में दुशाला ओढ़ाकर व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सरदार रविंद्र सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक सिंह संघर्षी, प्रदेश सचिव चंद्रदेव अवस्थी, बरेली के जिला उपाध्यक्ष एम. शकील अंजुम, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राधा किशन रावत, अरुण भारद्वाज, वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष शर्मा, सौरभ दीक्षित, विनय सक्सेना, सुशील शुक्ला, तारिक नैयर आदि ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार व ललौरीखेड़ा के ब्लाक प्रमुख अजय सिंह गंगवार, नगर मजिस्ट्रेट डॉ. राजेश कुमार, सीओ सदर सतीश कुमार शुक्ल को दुशाला ओढ़ा कर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सभी का आभार यूनियन के पूर्व जिलाध्यक्ष बिभव कुमार शर्मा ने व्यक्त किया। संचालन जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष कपिल देव ने किया।
श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के असित जिलाध्यक्ष व विवेक जिला महामंत्री

उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजेश त्रिवेदी ने जनपद पीलीभीत की नई कार्यकारिणी की घोषणा की। प्रदेश अध्यक्ष ने असित शुक्ला को जिलाध्यक्ष व विवेक अवस्थी को जिला महामंत्री बनाए जाने की घोषणा की। इसके अलावा नीरज मिश्र को बरेली मंडल बरेली का अध्यक्ष घोषित किया गया जबकि यूनियन छोड़कर जाने के पांच माह बाद हाईकमान से अनुरोध कर वापस लौटे सुधीर दीक्षित को अब मंडल इकाई में उपाध्यक्ष बनाया गया है। समारोह के मुख्य अतिथि राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार ने नए पदाधिकारियों का माल्यार्पण कर उनको नई जिम्मेदारी का पूर्ण निष्ठा के साथ निर्वहन कर संगठन को आगे ले जाने की बात कही और बधाई दी।
पीलीभीत के सभी पत्रकारों का बीमा कराएंगे
राज्यमंत्री उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आए उत्तर प्रदेश सरकार के गन्ना विकास एवं चीनी मिल राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार ने ऐलान किया कि पीलीभीत जनपद के जितने भी पत्रकार हैं, उन सभी का चिकित्सा एवं स्वास्थ्य बीमा अपने निजी खर्च पर कराएंगे, चाहे वह पत्रकार किसी भी संगठन या मीडिया संस्थान से जुड़ा हुआ हो।