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उत्तर प्रदेश पीलीभीत राज्य 

स्कूली शिक्षकों द्वारा संचालित कोचिंग सेंटर,स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता पर एक बड़ा सवाल

मोहित कुमार @express views.पीलीभीत। जिले के विभिन्न इलाकों में जहां अबैध रूप से दर्जनों गैर पंजीकृत कोचिंग सेंटर धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं। वहीँ विभिन्न स्कूलों के अध्यापकों द्वारा अबैध रूप से संचालित कोचिंग सेंटरों पर अंकुश लगाने में प्रशासन नाकाम दिख रहा है। सरकारी व् गैर सरकारी अध्यापकों द्वारा संचालित और बिना पंजीकरण के संचालित अबैध कोचिंग सेंटर पर अंकुश लगाने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से टीमें बनाई गई है। लेकिन टीमें जांच के नाम पर खानापूर्ति कर इतिश्री कर लेती है। जिला विद्यालय निरीक्षक की उदासीनता के कारण अबैध कोचिंग सेंटरों का धंधा फल – फूल रहा है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार , कोचिंग चलाने बाले संचालकों में सबसे पहले नंबर पर सेंट एलॉयसिस कॉलेज के संतोष अग्रवाल , अध्यापक हामिद और अध्यापक वसीम अबैध कोचिंग चलाने बाले और स्कूली बच्चों को कोचिंग के लिए बाध्य करने बाले टीचर्स में प्रमुख रूप से सामने आये । अबैध कोचिंग संचालक लाखों रुपये अबैध रुप से कमाकर आयकर विभाग को प्रतिबर्ष चूना लगा रहे हैं।बताते चलें कि सेंट एलॉयसिस कॉलेज में संतोष अग्रवाल , हामिद और वसीम टीचर के पद पर कार्यरत है।

संतोष गुप्ता कॉलेज में कक्षा 9 के 3 सेक्शन व कक्षा 10 के 3 सेक्शन के बच्चों को मैथ पढ़ाते हैं और हामिद सर कक्षा 9 के 2 सेक्शन और कक्षा 10 के 2 सेक्शन साइंस व इंग्लिश विषय को पढ़ाते हैं। इसके अलाबा वसीम सर कामर्स विषय को कक्षा 11 व 12 के 2-2 सेक्शन में पढ़ाते हैं।


स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता पर एक बड़ा सवाल
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह टीचर्स स्कूल में छात्र-छात्राओं को अपने संबंधित विषय का गहनता से अध्यन नही कराते हैं और संबंधित विषय की कोचिंग पढ़ने के लिए दवाब बनाते हैं। बाध्य होकर जब छात्र-छात्राएं अबैध कोचिंग सेंटर जाते हैं तो उनसे 500 से 800 रुपये तक प्रतिमाह प्रति विद्यार्थी फीस वसूल करते हैओं तब जाकर बच्चों को सही से पढ़ाया जाता है। ये एक बड़ी बिडंबना है अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ाने हेतु अच्छे स्कूल में दाखिला करवाते हैं जहां उनसे मोटी फीस अच्छी शिक्षा देने के नाम पर स्कूल वाले वसूलते है वहीँ स्कूल के अध्यापक स्कूल प्रशासन के साथ मिलकर अधूरी शिक्षा प्रदान करते हुए बच्चों को कोचिंग पढ़ने के लिए बाध्य करते हैं । स्कूल और ये टीचर बच्चों को पढ़ाने के नाम पर अभिभावकों का शोषण कर रहे है । और सरकार व् प्रशासन मौन हैं ।


कहाँ-कहाँ संचालित हो रहीं हैं अवैध कोचिंग्स
सेंट एलॉयसिस कॉलेज के संतोष गुप्ता जेपी रोड स्थित बरेली गेट के पास शम्सी मेडिकल स्टोर के सामने अपने मकान के प्रथम तल के बड़े हॉल में अबैध कोचिंग का बर्षों से संचालन कर रहे हैं। इसके अलाबा हामिद सर का अबैध कोचिंग सेंटर गैस चौराहा के निकट फ्रैंड्स मार्केट के प्रथम तल की एक दुकान में संचालित है। वहीं आवास विकास स्थित HP गैस एजेंसी के पास गली में अपने मकान के हॉल में वसीम सर अबैध कोचिंग का संचालन कर रहे हैं।
सुरभि कालोनी में संजीव कॉमर्स कोचिंग, दूधिया मंदिर के पास बेन हर कॉलेज के विशाल जौहरी और दीपक शर्मा, टनकपुर रोड पर चौधरी एग्रो के बराबर गली में लायंस कॉलेज के एक अध्यापक द्वारा विभिन्न कोचिंगों का अवैध रूप से सञ्चालन हो रहा है, जिसकी जानकारी विद्यालयों के प्रशासकों को भी है।
इन अबैध कोचिंग सेंटरों पर दोपहर साढ़े 3 बजे से बैच शुरू होकर शाम साढ़े 6 बजे तक चलते हैं। इन अबैध प्रत्येक कोचिंग सेंटर पर लगभग 100 बच्चों से अधिक बच्चों को कोचिंग पढ़ाई जा रही है। सूत्रों की माने तो सेंट एलॉयसिस कॉलेज के इन अबैध कोचिंगबाज टीचर्स का यहां तक कहना है कि वह डीआईओएस को मैनेज किये हुए हैं। यह बात किसी हद तक सत्य भी हो सकती है , क्योंकि जिला विद्यालय निरीक्षक संत प्रकाश को पीलीभीत में पदस्थ हुए लगभग दो बर्ष का समय बीत चुका है , लेकिन अभी तक उन्होंने किसी भी अबैध कोचिंग सेंटर पर कोई भी कार्यवाही नही की है।

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