जिले के 2028 क्षय रोगियों को निक्षय मित्रों का इंतजार
- जिले में 2028 टीबी रोगी ने कहा, उन्हें गोद लिया जाए
- निक्षय मित्रों की मदद से 353 टीबी रोगियों को लिया जा चुका है गोद

पीलीभीत। टीबी उन्मूलन के लिए सरकार 9 सितंबर से जन भागीदारी का अभियान चला रही है। इसके तहत टीबी मरीजों को गोद लेने की प्रक्रिया अब ऑनलाइन कर दी गई है। जो भी व्यक्ति टीबी मरीजों को गोद लेगा, उसे निक्षय मित्र कहा जाएगा। इन निक्षय मित्रों को टीबी मरीजों के पोषण की जिम्मेदारी दी गई है। जिले में वर्तमान में 2028 ऐसे टीबी रोगी हैं, जिन्हें निक्षय मित्र का इंतेजार है।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ केके जौहरी बताते हैं कि पहले टीबी के मरीजों को गोद लेने की ऑनलाइन प्रक्रिया नहीं थी। 9 सितंबर से इसे सरकार की ओर से शुरू किया गया है। इस ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत नौ सितंबर से अभी तक 56 निक्षय मित्र रजिस्टर्ड हो चुके हैं। जिले में वर्तमान में 2381 टीबी रोगियों का इलाज किया जा रहा है। इन मरीजों में से 2122 ने उन्हें गोद लिए जाने की इच्छा स्वास्थ्य विभाग के आगे जाहिर की। इन मरीजों के पास टीबी के इलाज के दौरान पोषण सामग्री खाने का अभाव है। जबकि टीबी के इलाज में पौष्टिक खाद्य पदार्थ के सेवन की भूमिका अहम होती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आलोक शर्मा ने बताया कि इस समय कुल 353 उपचाराधीन टीबी के मरीजों को गोद लिया गया है।24 मार्च 2022 को 1568 क्षय रोगियों को गोद लिया गया था जो अब पूर्णतया स्वस्थ हो चुके है 2028 मरीज अभी भी निक्षय मित्रों के इंतजार में हैं। जिससे उन्हें पौष्टिक आहार मिल सके। सरकार की ओर से निक्षय मित्र बनने की ऑनलाइन प्रक्रिया में टीबी मरीज को पोषण सामग्री और रोजगार मुहैया कराने का विकल्प वेबसाइट पर दिया गया है। इस वेबसाइट पर निक्षय मित्र खुद को पंजीकृत कराकर टीबी मरीज को रोजगार दिलाने से लेकर उसे पोषण सामग्री दे सकता है। निक्षय मित्र एक या उससे अधिक टीबी के मरीज को कम से कम छह माह या एक साल के लिए गोद ले सकता है। वेबसाइट पर पंजीकृत होने के बाद टीबी विभाग निक्षय मित्र को मरीज की डिटेल मुहैया कराएगा।

जिला क्षय रोग केंद्र के एसटीएस राजेश गंगवार, एसटीएल एस शेर सिंह चौहान के द्वारा लोगों से मिलकर क्षय रोगियों को गोद लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है जिससे प्रेरित होकर आज कुल 19 रोगियों को जिला क्षय रोग केंद्र पर श्री अनूप अग्रवाल, हरीश माथुर, जॉय मैनी, रविशर्मा,रमाकांत मौर्या,अवनीत कोहली , ध्रुव कक्कड़ ,दिनेश गिरी,द्वारा गोद लिया गया।एक एमडीआर क्षय रोगी विवेक अग्रवाल द्वारा स्वम प्रेरित होकर दो क्षय रोगियों को पोषण किट प्रदान की गई।
व्हाट्स एप के जरिए लिंक शेयर कर रहे विभागीय लोग
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि निक्षय मित्रों को इस अभियान से जोड़ने के लिए लगातार लोगों को व्हाट्स एप के जरिए लिंक भेजे जा रहे हैं। इसमें एमओआईसी, सीनियर सुपरवाइजर से लेकर कई अन्य विभागीय लोग भी मदद कर रहे हैं।
निक्षय मित्र बनने के लिये करें लिंक पर क्लिक
अगर आप भी निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीज को गोद लेकर उन्हें पोषण सामग्री वितरित करने में मदद करना चाहते हैं तो https://communitysupport.nikshay.in लिंक पर क्लिक कर खुद का पंजीकरण कराएं।